कन्यादान वो रस्म है जहां पिता अपनी बेटी का हाथ दूल्हे के हाथ में देता है। सदियों से चली आ रही इस परंपरा को लेकर अक्सर आलोचना सुनने को मिलती है। जैसे बेटी कोई चीज तो नहीं जिसे दान किया जाए। ज्यादातर लड़कियां भी यहीं मानती हैं,लेकिन वो बोल नहीं पाती। इस रस्म का विरोध तपस्या परिहार ((IAS Tapasya Parihar) ने की। साल 2018 में सीएसएक्स यूपीएससी परीक्षा में AIR 23 हासिल करने वाली तपस्या ने अपनी शादी में कन्यादान कराने से इंकार कर दिया।