श्री लक्ष्मी बताती हैं, 'मैंने 8 साल की उम्र से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा था, एक दिन अम्मा इतनी बीमार हो गईं, हमें उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। मैंने वहां दिन बिताए। गलियारों में उन बेंचों पर बैठे हुए, मैंने देखा कि ये लोग सफेद कोट पहने हुए हैं और उनके गले में कुछ लटका हुआ है।'