
दुनिया में शुरू होने वाली कई प्रेम कहानियां खतरनाक मोड़ के साथ दुखद अंत पर खत्म होती हैं। चीन में हुई यह दिल दहला देने वाली घटना इसका एक उदाहरण है। वैसे तो ये प्रेमी दशकों पहले कुछ वजहों से अलग हो गए थे। लेकिन फिर सालों बाद वे दोबारा मिले। वही पुराना प्यार फिर से परवान चढ़ा। आखिर में, इस रिश्ते ने एक शख्स की जान ले ली और मामला कोर्ट तक पहुंच गया। 1980 के दशक में चीन की एक ही फैक्ट्री में काम करने वाले दो लोग अच्छे दोस्त बन गए। लेकिन समय के साथ उनके रास्ते अलग हो गए और उनकी जिंदगी बदल गई। पर किस्मत ने उन्हें फिर से मिलाने का फैसला किया। वे 2023 में एक पार्टी में फिर मिले और अपनी पुरानी यादें ताजा कीं।
यह पुरानी जान-पहचान दोस्ती में बदली और जल्द ही एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में तब्दील हो गई। दोनों अपने परिवार वालों से छिपकर मिलने लगे। लेकिन इस साल 24 जुलाई को उन्होंने एक होटल में मिलने का फैसला किया। उसकी प्रेमिका ने कमरा बुक किया और इंतजार करने लगी, तभी वह भी वहां पहुंच गया। उस रात वे साथ रहे। लेकिन जब सुबह उसकी आंख खुली, तो बगल में सोया हुआ उसका प्रेमी बेजान पड़ा था। कुछ देर के लिए तो वह सदमे में चली गई। डर के मारे उसे समझ नहीं आया कि क्या करे, और वह तुरंत कमरे से बाहर भाग गई। थोड़ी देर बाद हिम्मत जुटाकर वह कमरे में वापस आई, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। घबराकर उसने तुरंत मदद के लिए होटल स्टाफ को बुलाया। जब उन्होंने दरवाजा खोला, तो वह शख्स बेहोश पड़ा था। उसे जगाने की सारी कोशिशें नाकाम होने के बाद, उन्होंने इमरजेंसी सेवाओं को फोन किया। उन्होंने आकर उसकी जांच की और पुष्टि की कि उसकी मौत हो चुकी है।
इस गुप्त रिश्ते के बारे में जानकर उस शख्स का परिवार सदमे में आ गया। अपने परिवार के मुखिया की मौत की खबर और उनके गुप्त संबंध ने उन्हें और भी हैरान कर दिया। उनके परिवार के सदस्यों ने महिला के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसकी लापरवाही के कारण उनके पिता की मौत हुई।
सुनवाई के बाद, कोर्ट ने पहले तो मृतक की प्रेमिका को करीब 67 लाख रुपये का भारी मुआवजा देने का आदेश दिया। लेकिन मामले की समीक्षा करने पर कोर्ट ने पाया कि शख्स की मौत की मुख्य वजह उसकी स्वास्थ्य समस्याएं थीं, जिसके लिए वह खुद जिम्मेदार था। हालांकि, महिला ने डर के मारे मदद मांगने में देरी की और अगर वह समय पर मदद बुला लेती तो शायद उसकी जान बच सकती थी। उसके इस व्यवहार और लापरवाही को देखते हुए, कोर्ट ने मुआवजे की रकम घटाकर 7.5 लाख रुपये कर दी और उसे मृतक के परिवार को देने का आदेश दिया। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे गुप्त रिश्ते खतरनाक हो सकते हैं और उनके कितने अप्रत्याशित और दुखद परिणाम हो सकते हैं।