पढ़ाई से बच्चों की दूरी की 4 बड़ी वजहें, ऐसे जगाएं सीखने की रुचि

Published : Jul 17, 2025, 02:53 PM IST
kids study

सार

Study Tips For Kids: हर पैरेंट्स की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा पढ़ाई में अच्छा करें। लेकिन कई बार वो किताबों से दूरी बना लेते हैं। बच्चों के पढ़ाई के प्रति अरूची होने के जिम्मेदार भी माता-पिता ही होते हैं। 

Why Kids Avoid Studying: जैसे ही बच्चा 5 साल का होता है, माता-पिता यह उम्मीद करने लगते हैं कि वह पढ़ाई में अव्वल आए। वे उसे पढ़ाई का महत्व समझाने लगते हैं और बार-बार पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। यह सच है कि हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करे। लेकिन सवाल यह है—क्या बच्चे पर दबाव डालकर उसे पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जा सकता है? अक्सर माता-पिता कुछ ऐसी गलतियाँ कर बैठते हैं, जिनकी वजह से बच्चे पढ़ाई से दूरी बनाने लगते हैं। आइए पहले उन गलतियों को समझते हैं, फिर जानेंगे कि समाधान क्या है।

1. बच्चों को पढ़ाते समय गुस्सा करना

अक्सर माता-पिता पढ़ाई के दौरान बच्चों पर गुस्सा करते हैं, और कई बार तो मारने-पीटने तक की नौबत आ जाती है। इसका असर यह होता है कि बच्चा डर जाता है और पढ़ाई से दूरी बनाने लगता है।

2. बार-बार कहना कि बच्चा पढ़ता नहीं है

कई माता-पिता अक्सर दूसरों के सामने यह कहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में मन नहीं लगाता या बिल्कुल पढ़ता ही नहीं है। यह बात बच्चे को भी चुभती है और उसके मन में गुस्सा भरने लगता है, जिससे वह पढ़ाई से और भी दूर हो जाता है।

3. पढ़ाई में हुई गलतियों को माफ न करना

जब बच्चा पढ़ाई करते वक्त कोई गलती करता है, तो माता-पिता उसे डांटते हैं या कठोर व्यवहार करते हैं। इस तरह के व्यवहार से बच्चा खुद को कमजोर समझने लगता है और पढ़ाई में रुचि खो बैठता है।

4. हर समय बच्चे की पढ़ाई की चिंता करना

अगर हर वक्त बच्चे को पढ़ने के लिए टोकते रहें और उसकी पढ़ाई को लेकर चिंता जाहिर करते रहें, तो इससे बच्चा चिढ़ने लगता है। पढ़ाई उसके लिए बोझ बन जाती है, न कि रुचि।

 

बच्चे को जबरदस्ती नहीं बल्कि इंटररेस्टिंग तरीके से पढ़ाना चाहिए। यहां हम आपको बताएंगे 5 आसान और असरदार तरीके, जिससे आपके बच्चे बिना किसी दबाव के पढ़ाई को पसंद करने लगेंगे।

1. सीखने को मजेदार बनाएं

बच्चों को नई चीजें सीखने में तभी मजा आता है जब वो खेल-खेल में हो। फ्लैश कार्ड, एजुकेशनल गेम्स, पज़ल्स और कहानियों के जरिए आप पढ़ाई को उनके लिए दिलचस्प बना सकते हैं। इससे वे जानकारी को आसानी से याद भी रख पाते हैं।

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2. पढ़ाई का एक रूटीन बनाएं

हर दिन का एक फिक्स टाइम बच्चों को पढ़ाई के लिए दें, लेकिन यह समय बहुत लंबा ना हो। 25-30 मिनट के छोटे-छोटे सेशन बनाएं और हर सेशन के बीच ब्रेक दें। इससे बच्चा बोर नहीं होगा और फोकस बना रहेगा।

3. तारीफ करें, तुलना नहीं

अगर बच्चा अच्छा करता है तो उसकी सराहना करें। तुम बहुत समझदारी से सवाल हल कर रहे हो जैसे वाक्य उनका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। किसी और से तुलना करने के बजाय उसकी प्रगति पर फोकस करें।

4. बच्चों की पसंद समझें

हर बच्चे की रुचि अलग होती है कोई साइंस में अच्छा होता है तो कोई कहानियों में। उनकी रुचि के अनुसार उन्हें पढ़ने का मौका दें। जब बच्चा खुद उस विषय में दिलचस्पी लेगा, तो उसे पढ़ने के लिए कहना नहीं पड़ेगा।

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5. उन्हें स्पेस दें और भरोसा करें

हर समय बच्चों के सिर पर बैठना या बार-बार चेक करना उन्हें असहज कर सकता है। उन्हें अपनी गति से सीखने दें और उन पर भरोसा जताएं। अगर उन्हें लगता है कि आप उन पर विश्वास करते हैं, तो वे और अच्छा करने की कोशिश करेंगे।

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