क्यों होती है बरगद के पेड़ के नीचे पूजा
वट सावित्री व्रत की पूजा बरगद के पेड़ के नीचे होती है। बरगद के चारों तरफ धागे बांधे जाते हैं। मान्यतानुसार वट सावित्री के दिन बरगद के पेड़ पर यमराज निवास करते हैं। इससे विवाहित स्त्रियां अपने पति की लम्बी आयु के लिए यमराज से प्रार्थना करती है। इसके साथ ही बरगद के पेड़ पर त्रिदेव भी निवास करते हैं। छाल में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा और इसकी शाखाओं में भगवान शिव रहते हैं। ऐसे में माना जाता है कि जिस व्यक्ति के सिर पर त्रिदेव का हाथ होता है, उसका मृत्यु भी कुछ नहीं बिगाड़ सकती है।