
महिलाओं के लिए सोलो ट्रैवल एक empowering अनुभव हो सकता है, लेकिन दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जहां अकेली महिला यात्रियों के लिए सुरक्षा की दृष्टि से खतरे बने रहते हैं। इन देशों में महिलाओं को स्थानीय कानून, सामाजिक व्यवहार, और अपर्याप्त सुरक्षा उपायों के कारण जोखिम उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं ऐसे 5 देशों के बारे में, जहां अकेले जाना महिलाओं के लिए जोखिमभरा हो सकता है:
खतरा क्यों?
तालिबानी शासन के कारण महिलाओं की स्वतंत्रता पर कई तरह की पाबंदियां हैं। शिक्षा, घूमना-फिरना, और सार्वजनिक जगहों पर जाने की आज़ादी नहीं है।
अकेली महिला के लिए रिस्क:
महिलाओं को बिना पुरुष गार्जियन के बाहर निकलने की अनुमति नहीं। विदेशी महिलाओं को टारगेट भी किया जा सकता है।
खतरा क्यों?
सख्त इस्लामिक ड्रेस कोड और सामाजिक नियमों का पालन न करने पर महिलाओं को सजा मिल सकती है।
अकेली महिला के लिए रिस्क:
हिजाब न पहनने या अकेले यात्रा करने पर दिक्कतें हो सकती हैं। राजनीतिक तनाव के कारण विदेशी महिला यात्रियों पर नजर रखी जाती है।
खतरा क्यों?
महिलाओं को अभी भी कई सार्वजनिक और कानूनी सीमाएं झेलनी पड़ती हैं, हालांकि कुछ हालिया सुधार हुए हैं।
अकेली महिला के लिए रिस्क:
पुरुष गार्जियन के बिना होटल बुक करना, घूमना या ट्रैवल करना मुश्किल होता है। व्यवहार में अभी भी बहुत पाबंदियां हैं।
खतरा क्यों?
अस्थिर सुरक्षा स्थिति, धार्मिक कट्टरता और महिलाओं के प्रति असम्मानजनक व्यवहार आम हैं।
अकेली महिला के लिए रिस्क:
सोलो महिला ट्रैवलर को छेड़छाड़, निगाहों और सुरक्षा की गंभीर चिंता रहती है, खासकर ग्रामीण या कम विकसित इलाकों में।
खतरा क्यों?
टूरिस्ट डेस्टिनेशन होने के बावजूद महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं और यौन उत्पीड़न की दर काफी अधिक है।
सार्वजनिक स्थानों पर लगातार घूरने, पीछा करने और परेशान करने की घटनाएं आम हैं। कई बार पुलिस भी मददगार नहीं होती।