सड़क पर थूकने वालों पर सख्ती दिखाते हुए भोपाल नगर निगम ने एक शख्स पर 2500 रुपए का जुर्माना ठोंक दिया। उससे सफाई भी कराई गई। पहले उससे 5000 रुपए जुर्माना वसूला जाना था, लेकिन बाद में जब उसने अपनी गलती मानी, और सफाई करने पर राजी हुआ, तो जुर्माना आधा कर दिया गया। यह मामला गुरुवार को कोरोना संक्रमित क्षेत्र शब्बन चौराहे पर देखने को मिला।
भोपाल, मध्य प्रदेश. सड़क पर थूकने वालों पर सख्ती दिखाते हुए भोपाल नगर निगम ने एक शख्स पर 2500 रुपए का जुर्माना ठोंक दिया। उससे सफाई भी कराई गई। पहले उससे 5000 रुपए जुर्माना वसूला जाना था, लेकिन बाद में जब उसने अपनी गलती मानी, और सफाई करने पर राजी हुआ, तो जुर्माना आधा कर दिया गया। यह मामला गुरुवार को कोरोना संक्रमित क्षेत्र शब्बन चौराहे पर देखने को मिला।
पुलिस को देखकर तेवर पड़े ठंडे
दोपहर डेढ़ बजे वहां नगर निगम की टीम खड़ी हुई थी। इसी दौरान सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अजय श्रवण की नजर वार्ड-34 निवासी अब्दुल शफीक पर पड़ी। ये दूध बेचते हैं। शफीक ने सड़क पर पान की पीक थूकी थी। इस पर उन्हें रोक लिया गया। उनसे पूछा गया कि मियां, सड़क पर क्याें थूक रहे हो? मालूम नहीं कि यह जुर्म है। इस पर मियां नाराज हो गए। पहले तो मियां जुर्माना भरने को राजी नहीं हुए, लेकिन बाद में पुलिस को देखकर उनके तेवर ठंडे पड़ गए। गुरुवार को नगर निगम ने करीब 6 जगहों पर थूकने वालों पर कार्रवाई की। बता दें कि भोपाल का जहांगीराबाद कोरोना का हॉट स्पॉट है। माना जा रहा है कि भोपाल में थूकनेवाले पर अब तक का यह सबसे बड़ा जुर्माना है। बाद में शफीक मियां ने भी माना कि उनसे गलती हुई है।