13 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में उपचुनाव के रिजल्ट (Bye Elections Result 2021) आ गए हैं। विधानसभा की 30 सीटों पर चुनाव होने थे। इनमें नागालैंड (Nagaland) में एक मात्र सीट पर पहले ही एक प्रत्याशी निर्विरोध हो चुके हैं। जबकि 29 सीटों पर मतदान (Voting) और मतगणना (Counting) हुई। वहीं, लोकसभा (Loksabha) की तीन सीटों के भी परिणाम आ गए हैं। ये परिणाम एनडीए (NDA) और केंद्र सरकार (Modi Government) के लिए चौंकाने वाले कहे जा सकते हैं। सबसे ज्यादा हिमाचल (Himachal), राजस्थान (Rajasthan) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के रिजल्ट से भाजपा को निराशा हाथ लगी है।
नई दिल्ली। देश की 3 लोकसभा (Loksabha) और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर आए उपचुनाव के परिणाम (Assembly By Election Result) में भाजपा-कांग्रेस (BJP-Congress) और क्षेत्रीय दलों के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिला है। देर शाम तक सभी सीटों के परिणाम आ गए। इनमें असम (Assam) की 5, पश्चिम बंगाल (West Bengal) की 4, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और मेघालय (Meghalay) की 3-3 सीटें, बिहार (Bihar), कर्नाटक (Karnataka) और राजस्थान (Rajasathan) की 2-2 सीटें, आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh), हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र (Maharashtra), मिजोरम (Mizoram) और तेलंगाना (Telangana) की 1-1 सीट शामिल है।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी पर फिर भरोसा, भाजपा दो सीटें हारी
बंगाल में TMC ने चारों सीट जीत ली हैं। यहां गोसाबा, दिनहाटा, शांतिपुर और खड़दह सीट पर उपचुनाव में बीजेपी को हार मिली है। इनमें दिनहाटा और खड़दह सीट 6 महीने पहले ही बीजेपी ने जीती थी। अब रिकॉर्ड वोटों से हार मिली। दिनहाटा से उदयन गुहा ने भाजपा के अशोक मंडल को 164089 वोटों से हराया। खड़दह में शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने भाजपा के जॉय साहा को 93832 वोटों से हराया। शांतिपुर में ब्रजकिशोर गोस्वामी ने भाजपा के निरजंन बिश्वास को 64675 वोटों से हराया। गोसाबा में सुब्रत मंडल ने भाजपा को पालास राणा को 143051 वोटों से हराया। उपचुनाव में टीएमसी को 75%, BJP को 14.5% CPIM 7.3% वोट मिले। वहीं कांग्रेस को महज 0.37% वोट मिले, जो नोटा से भी कम है। दिनहाटा सीट पर पहले बीजेपी के निशिथ प्रमाणिक विधायक थे। उन्होंने बाद में इस्तीफा दे दिया था। वह सिर्फ 57 वोटों से जीते थे। प्रमाणिक अब मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं।
बिहार में जेडीयू ने दोनों सीटें जीती, आरजेडी शाम तक मैदान से बाहर
बिहार की कुशेश्वरस्थान सीट जनता दल यूनाइटेड जीतने में कामयाब रहा। पिछले बार भी ये सीट उनके खाते में थी। यहां जेडीयू उम्मीदवार अमन भूषण हजारी ने 12698 वोटों से चुनाव जीता। अमन को 59887 वोट मिले। जबकि आरजेडी के गणेश भारती को 47192 वोट मिले। जेडीयू को 45.72% और आरजेडी को 36.02% वोट मिले हैं। जबकि तारापुर में भी आरजेडी को झटका लगा है। यहां जेडीयू उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने 3852 वोटों से उपचुनाव जीत लिया। सुबह से उपचुनाव में कांटे का मुकाबला चल रहा था। बढ़त पर चल रही आरजेडी शाम तक पिछड़ गई। जेडीयू उम्मीदवार को 79090 वोट मिले। जबकि आरजेडी के अरुण कुमार को 75238 वोट मिले। जेडीयू को 46.62% और आरजेडी को 44.35% वोट मिले। बाकी 5 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
मध्य प्रदेश में शिवराज का कमाल, कांग्रेस से दो सीटें छीनी, एक खुद की गंवाई
मध्य प्रदेश में BJP ने उपचुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। यहां अलीराजपुर के जोबट में भाजपा की सुलोचना रावत को 68949 को वोट मिले। जबकि कांग्रेस के महेश रावत पटेल को 62845 वोट मिले। बता दें कि इससे पहले यहां कांग्रेस की कलावती भूरिया विधायक थीं। उनके निधन पर ये सीट खाली हुई। इधर, निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा में बड़ा उलटफेर हो गया। यहां लगातार कांग्रेस से चुनाव जीतते आ रहे बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेंद्र सिंह को उपचुनाव में निराशा हाथ लगी है। भाजपा के डॉ. शिशुपाल यादव को 82673 वोट मिले। जबकि नितेंद्र को 66986 वोट मिले। 6 महीने पहले ही कोरोनाकाल में नितेंद्र के पिता बृजेंद्र सिंह का निधन हो गया था। फिलहाल, नितेंद्र अपने पिता की सीट नहीं जीत पाए। यहां 9 अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। वहीं, सतना की रैगांव सीट पर भाजपा को झटका मिला है। ये सीट कांग्रेस ने जीत ली है। कांग्रेस की कल्पना वर्मा ने 72989 वोट मिले। जबकि भाजपा की प्रतिमा बागरी को 60699 वोट मिले। बता दें कि इससे पहले प्रतिमा के पति जुगलकिशोर बागरी भाजपा से विधायक थे। उनके निधन के बाद ये सीट खाली हुई थी।
राजस्थान में कांग्रेस ने दोनों सीटें जीती, भाजपा की शर्मनाक हार
कांग्रेस ने उपचुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया है तो भाजपा को सबसे बड़ी शिकस्त मिली है। यहां कांग्रेस ने धारियावद और वल्लभनगर विधानसभा सीटें अपने नाम कर ली हैं। धरियावद में कांग्रेस के नागराज मीणा ने 69819 वोट पाए। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी थावरचंद को 51094 वोट मिले। यहां भाजपा तीसरे स्थान पर रही और 46487 वोट पाए। कांग्रेस ने 39.16%, निर्दलीय ने 28.66%, भाजपा ने 26.08% वोट प्राप्त किए। वहीं, वल्लभनगर में कांग्रेस के प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत को 65713 वोट मिले। दूसरे नंबर पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उदयलाल दांगी को 45107 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. रंधीर सिंह भिंडार को 43817 वोट मिले। जबकि चौथे नंबर पर भाजपा के हिम्मत सिंह झाला को 21433 वोट मिले। भाजपा को 11.71% और कांग्रेस को 35.9% वोट मिले।
हिमाचल में कांग्रेस ने चारों सीटें जीतीं, भाजपा की मुश्किलें बढ़ाईं
मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस कैंडिडेट प्रतिभा सिंह ने BJP उम्मीदवार रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशहाल सिंह को 7490 वोटों से हरा दिया है। बता दें कि प्रतिभा छह बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेसी दिग्गज और दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं। इससे पहले 2019 में मंडी संसदीय सीट से भाजपा के रामस्वरूप शर्मा चुनाव जीते थे। इसके अलावा, हिमाचल में तीनों विधानसभा सीटों पर भी कांग्रेस ने ही जीत हासिल की है। अर्की से कांग्रेस के संजय अवस्थी को 30798 वोट मिले। भाजपा के रत्तन सिंह पाल को 27579 वोट मिले। फतेहपुर में कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया को 24449 और भाजपा के बलदेव ठाकुर को 18660 वोट मिले। तीसरे नबंर पर निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. रंजन सुशांत को 12927 वोट मिले। जुब्बल कोटखाई से कांग्रेस के रोहित ठाकुर को 29955 वोट मिले। दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी चेतन सिंह बागता को 23662 वोट मिले। जबकि तीसरे नंबर पर भाजपा के नीलम सेरायक को 2644 वोट मिले। भाजपा को सिर्फ 4.67% वोट मिले। गौरतलब है कि शिमला जिले की जुब्बल कोटखाई से भाजपा के नरिंदर ब्रगटा, कांगड़ा जिले की फतेहपुर सीट से कांग्रेस के सुजान सिंह पठानिया और सोलन जिले की अर्की सीट से वीरभद्र सिंह के निधन के बाद ये सीटें खाली हुई थीं।
हरियाणा में भाजपा गठबंधन हारा, अभय चौटाला फिर जीते
भाजपा गठंधन को उपचुनाव में निराशा हाथ लगी है। ऐलनाबाद विधानसभा सीट पर जेजेपी के समर्थन वाले भाजपा उम्मीदवार गोविंद कांडा को हार मिली है। इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अभय चौटाला ने चौथी बार जीत हासिल की है। अभय को 65992 वोट मिले। जबकि भाजपा प्रत्याशी गोबिंद कांडा को 59253 वोट मिले। गोबिंद हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रमुख और विधायक गोपाल कांडा के भाई हैं। बता दें कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में चौटाला ने जनवरी में विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उपचुनाव कराना पड़ा। वे 2019 में विधानसभा में पहुंचने वाले इनेलो से एकमात्र विधायक थे।
आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी दल का कब्जा बरकरार
आंध्र प्रदेश के कडापा जिले की बडवेल विधानसभा सीट पर सत्ताधारी YSR कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। YSR कांग्रेस की प्रत्याशी डॉ. दसारी सुधा ने 90,411 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई है। दसारी सुधा को 1,12,072 वोट मिले हैं, जबकि बीजेपी कैंडिडेट को महज 21,661 वोट ही मिले हैं। पूर्व कांग्रेस विधायक पीएम कमलम्मा को महज 6,217 वोटों के साथ तीसरा स्थान मिला है। यानी सुधा को 76.25 प्रतिशत और भाजपा को 14.73 प्रतिशत वोट मिले। बाकी 14 प्रत्याशी एक हजार वोट भी नहीं पा सके।
असम में भाजपा गठबंधन ने सभी सीटें जीतीं
असम में भाजपा और इसके सहयोगी दल यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) सभी 5 सीटों पर उपचुनाव जीती। भबानीपुर से भाजपा के फणीधर तालुकदार को 64200 वोट मिले। जबकि कांग्रेस के शैलेंद्र नाथ दास को 38559 वोट मिले। मरियानी सीट से भाजपा के 55489 वोट मिले। कांग्रस के लुहित कोंवर को 15385 वोट मिले। तीसरे पर निर्दलीय प्रत्याशी संजीब गोगोई को 15192 मिले। थोरा में भाजपा के सुशांत बोरगोहेन को 54956 वोट मिले। दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी ढैज्या कोंवारी को 24395 वोट मिले। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के मोनूरंजन कोंवारी को 5852 वोट मिले। इसी तरह, गोसीगांव में UPPL के प्रत्याशी जिरोन बासुमतारी को 58769 वोट मिले। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के ज्वेल टुडु को 30517 वोट मिले। तमुलपुर से UPPL के ही प्रत्याशी जोलेन डेमरी को 86678 वोट मिले। जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस के गणेश कचर्रे को 29619 वोट मिले। तीसरे नंबर पर कांग्रेस आई। पार्टी के भासकर दहल को सिर्फ 7763 वोट मिले।
कर्नाटक में भाजपा-कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती
राज्य की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों के खाते में एक-एक सीट आई है। कांग्रेस ने हंगल में 7373 मतों के अंतर से जीत हासिल की। वहीं, भाजपा ने सिंडगी में 31,185 मतों से जीत दर्ज की। सिंडगी में भाजपा के रमेश भूसानुर चुनाव जीते हैं। कांग्रेस से अशोक मानागुली को वोट मिले। वहीं, हांगल में कांग्रेस के श्रीनिवास माने को 87490 वोट मिले। भाजपा के शिवराज सज्जनार को 80117 वोट मिले।
तेलंगाना में भाजपा ने जीत हासिल की
राज्य की एक विधानसभा सीट हुजूराबाद पर उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र एटाला को 96823 वोट मिले। जबकि तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के प्रत्याशी गेलु श्रीनिवास यादव को 76021 वोट मिले। राजेंद्र की जीत की खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हैदराबाद में जश्न मनाया।
महाराष्ट्र में कांग्रेस का फिर कब्जा
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के देगलूर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने कब्जा बरकरार रखा है। कांग्रेस के जितेश अंतापुरकर 38 हजार से ज्यादा वोटों से जीत गए। भाजपा के सुभाष बने दूसरे नंबर पर रहे। जितेश को 108840 वोट मिले। जबकि भाजपा के सुभाष को 66907 वोट मिले। देगलूर से जितेश अंतापुरकर के पिता रावसाहेब अंतापुरकर यहां के विधायक थे। रावसाहेब की कोरोना से मौत हो गई थी, इसलिए यहां उपचुनाव हुए थे।
मेघालय में सत्तारूढ़ दल के हाथ सफलता
मेघालय में तीन सीटों पर उपचुनाव हुए और दो सीटें सत्तारूढ़ एनपीपी ने जीतीं। जबकि एक सीट यूडीपी के खाते में गई। मावफलांग सीट पर यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (United Democratic Party) के प्रत्याशी यूजीनसन लिंगदोह ने जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के कैनेडी कुरनेलियुस ख़ैरीम को हराया। खैरीम को 8884 और लिंदोह को 13285 वोट मिले। मावरेंगकेंग सीट पर एनपीपी प्रत्याशी पाइनियड सिंग सिएम ने 14177 वोट पाए। कांग्रेस के हाईलैंडर खारमलकी को 12361 वोट मिले। राजबाला सीट पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (National Peoples Party) के एमडी अब्दुस सालेह को 11823 वोट मिले। जबकि कांग्रेस की हसीना यास्मीन मोंडल को 9897 वोट मिले। यूडीपी प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे। तीसरे नंबर पर यूडीपी रही। नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने कांग्रेस से राजबाला और मावरेंगकेंग विधानसभा सीटें छीन ली हैं। वहीं, एनपीपी नीत मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) में सहयोगी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी को मावफलांग सीट पर जीत हासिल हुई। तीनों सीटों पर कुल 13 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई। मावरेंगकेंग और राजबाला सीटों पर पांच-पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। जबकि मावफलांग सीट पर तीन प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। उपचुनावों में एक लाख से ज्यादा मतदाताओं ने प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला किया।
मिजोरम में भी सत्तारूढ़ दल का जलवा
मिजोरम (Mizoram) की तुइरियाल विधानसभा सीट (Tuirial Assembly seat) पर उपचुनाव में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने प्रत्याशी के लालदावंगलियाना (K Laldawngliana) को ने जीत हासिल की है। उन्हें 39.96 फीसदी वोट मिले हैं। इस तरह यहां पर सत्तारूढ़ पार्टी को जीत मिली है। यहां के लालदावंगलियाना को 5820 वोट मिले। जबकि ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट को 4536 वोट मिले। तीसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी चालरोसंगा राल्ते रहे। बता दें कि तुइरियाल विधानसभा सीट कोलासिब जिले में आती है। ZPM के मौजूदा विधायक एंड्रयू एच थंगलियाना के निधन के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था।
नागालैंड में 20 दिन पहले ही एकमात्र प्रत्याशी निर्विरोध
नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के उम्मीदवार एस केशू यिमचुंगर को शामटोर-चेसोर निर्वाचन क्षेत्र से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था। नागालैंड में NDPP, भाजपा और नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) की गठबंधन सरकार है। यिमचुंगर तीन साल विपक्ष में रहने के बाद सरकार में शामिल हुए। वे उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे और 13 अक्टूबर को नाम वापसी के आखिरी दिन विजेता मान लिया गया था। NDPP की 60 सदस्यों की कुल संख्या अब 21 है, जबकि NPF में 25 विधायक हैं और भाजपा के पास 12 हैं। सदन में दो निर्दलीय विधायक हैं। बता दें कि इस साल जुलाई में NDPP के तत्कालीन विधायक तोशी वुंगटुंग के निधन के कारण नागालैंड विधानसभा की शामतोर-चेसोर सीट पर उपचुनाव कराया गया था।
दादरा और नगर हवेली में पहली बार शिवसेना...
केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली से 7 बार सांसद रहे मोहन डेलकर की पत्नी कलावती डेलकर ने 51 हजार वोटों से उपचुनाव में जीत दर्ज की है। मोहन डेलकर की मुंबई के होटल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। इसके बाद यहां 30 अक्टूबर को उपचुनाव हुए थे। इसमें उनकी पत्नी कलावती शिवसेना के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थीं। उन्होंने BJP के महेश गावित को हराया। कांग्रेस के महेश धोड़ी इस सीट पर तीसरे नंबर पर रहे हैं। कलावती की इस जीत के साथ ही शिवसेना ने पहली बार महाराष्ट्र के बाहर लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।
Fact File:
यहां एनडीए ने चुनाव जीते...
यहां कांग्रेस जीती
यहां BJP जीती...
ये अन्य जीते...
*लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश के खंडवा से भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल, हिमाचल प्रदेश की मंडी से कांग्रेस की प्रतिभा देवी सिंह और दादर नागर हवेली से शिवसेना की कलावती डेलकर ने जीत हासिल की।
ये भी पढ़ें: