युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उसे ऑब्जर्वेशन में रखा हुआ है। युवक अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहा है। कह रहा है कि बस वह इस बार बच जाए तो कभी भी शराब को हाथ भी नहीं लगाएगा।
छतरपुर : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे पढ़ आप भी सोच में पढ़ जाएंगे। यहां एक शराबी चखने की बजाय चूहामार दवा खाता रहा। युवक को लग रहा था कि वह सेंधा नमन चख रहा है लेकिन वह जहर चाट रहा था। शराब की हर घूंट के साथ ऐसा करने से उसकी तबीयत बिगड़ गई। हालात खराब होते देख परिजन घबरा गए। उसे फौरन जिला अस्पताल लेकर भागे। जहां इलाज के बाद अब उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी गलती से जान भी जा सकती थी।
हर पैग के साथ चख रहा था जहर
अजीबो-गरीब यह मामला राज्य के छतरपुर जिले का है। यहां के रामगढ़ के रहने वाला युवक पुष्पेंद्र रैकवार, जिसकी उम्र 22 साल है, हर रोज शराब पीता था। हर शाम वह पैग लेकर बैठ जाता और परिजन कितना भी समझाते वह नहीं मानता। हर दिन की तरह वह शनिवार को भी शराब पी रहा था। चखने के साथ सलाद भी खा रहा था। इसी दौरान उसने चूहे मारने की दवा को सेंधा नमक समझ लिया और सलाद के साथ खाने लगा। हर घूंट के साथ वह चूहामार दवा खा रहा था। वह हर पैग के साथ नमक समझकर चूहामार जहर चाटता रहा।
तबीयत बिगड़ी, पहुंचा अस्पताल
इसके बाद जब जहर ज्यादा होगया तो युवक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन ने जब यह देखा तो वे घबरा गए। आनन-फानन में उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने उसका इलाज किया। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने उसे ऑब्जर्वेशन में रखा हुआ है। युवक अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहा है। कह रहा है कि वह अब कभी भी शराब को हाथ भी नहीं लगाएगा।
इसे भी पढ़ें
यात्रीगण कृपया ध्यान दें, इसलिए भी लेट होती हैं ट्रेनें, स्टेशन पर गाड़ी छोड़ ठेके पर दारू पीते मिला ड्राइवर
बिहार की शराबबंदी में ऐसा पहला मामला: मां ने दिलाई शराबी बेटे को 5 साल की सजा, आरा कोर्ट ने सुनाया फैसला