यूं लगता है कि जैसे मध्य प्रदेश में कोरोना संबंधी नियम-कायदे सिर्फ आम लोगों के लिए हैं..नेताओं और अफसरों के लिए नहीं। इंदौर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर उनके समर्थकों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर रख दीं। यह मामला अभी गर्म ही है कि कांग्रेस के युवा विधायक कुणाल चौधरी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। भोपाल में शनिवार को 51 नये केस मिले। बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 10443 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 440 की मौत हो चुकी है। हालांकि 7200 से ज्यादा ठीक हो चुके हैं।
भोपाल, मध्य प्रदेश. प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार और प्रशासन की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। यूं लगता है कि जैसे मध्य प्रदेश में कोरोना संबंधी नियम-कायदे सिर्फ आम लोगों के लिए हैं..नेताओं और अफसरों के लिए नहीं। इंदौर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर उनके समर्थकों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर रख दीं। यह मामला अभी गर्म ही है कि कांग्रेस के युवा विधायक कुणाल चौधरी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। भोपाल में शनिवार को 51 नये केस मिले। बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 10443 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 440 की मौत हो चुकी है। हालांकि 7200 से ज्यादा ठीक हो चुके हैं।
कुणाल चौधरी ने किया क्वारेंटाइन
मप्र युवक कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी के मुताबिक, वे पिछले दिनों गेहूं खरीदी केंद्र के निरीक्षण पर निकले थे। वहीं, कुछ अन्य जगहों पर भी दौरा किया था। अब स्वास्थ्य विभाग उनकी ट्रैवल हिस्ट्री निकलवा रही है। चूंकि 19 जून को राज्यसभा चुनाव होने हैं। इसमें विधायकों को अपने-अपने शपथ पत्र देने है। जो लोग कुणाल चौधरी के संपर्क में थे, अब उनमें डर बैठ गया है। दरअसल, राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने विधायकों से नो-कोविड कॉन्टेक्ट डिक्लेरेशन मांगा गया है।
पूर्व विधायक ने उड़ाई नियम की धज्जियां
यह मामला इंदौर से जुड़ा है। यहां भाजपा के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर 200 से ज्यादा परिवारों को राशन बांटते समय सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा। इस मामले को लेकर जब प्रशासन की किरकिरी हुई, तो मामला दर्ज किया गया। इस कार्यक्रम में हजारों लोग इकट्ठा हो गए थे।
नगर निगम के अफसर नहीं पहनते मास्क..
यह तस्वीर चौंकाती है। क्या कोरोना संक्रमण सरकारी कर्मचारियों को नहीं होता? क्या कोरोना अफसरों से डरता है? या नियम-कायदे सिर्फ पब्लिक के लिए होते हैं? इस तस्वीर ने ऐसे कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह तस्वीर भोपाल नगर निगम के एक अफसर की हैं। इन्होंने हॉटस्पॉट एरिया में खुले एक स्पॉ-सैलून सेंटर पर छापा मारा था। उन्होंने 50000 का जुर्माना लगाया। चेक लेते वक्त अफसरी झाड़ने और फोटो मीडिया में छपने के मकसद से उन्होंने अपना मास्क उतार फेंका।
यह मामला गुरुवार का है। नगर निगम की टीम जहांगीराबाद के मालवीय नगर पहुंची थी। यह एरिया हॉटस्पॉट में शामिल है। यहां पॉलिश नाम का एक स्पॉ-सैलून खुला हुआ था। नगर निगम की टीम का कहना है जब वो लोग वहां पहुंचे, तो कर्मचारी बिना मास्क, एप्रेन और ग्लब्स पहने काम करते दिखाई दिए। इस पर टीम ने स्पॉ पर 50000 का रुपए का जुर्माना लगा दिया। स्पॉ की संचालिका ने चेक काटकर अधिकारी को सौंपा। लेकिन इसे लेते वक्त एचओ-8 जोन के अजय श्रवण बिना मास्क के दिखाई दिए।
अफसर ने कहा कि संचालिका ने कहा था कि मैं कैसे मानूं कि आप नगर निगम से हो
हालांकि इससे पहले का एक फोटो भी सामने आया है, जिसमें श्रवण मास्क पहने दिखाई दिए हैं। श्रवण ने कहा कि संचालिका ने कहा था कि वो कैसे मानें कि हम नगर निगम के अफसर हैं। वे शिकायत करने की धौंस दे रही थीं, लिहाजा मुझे मास्क उतारकर चेक लेना पड़ा।