मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी अपनी गर्भवती बेटी को लेकर दिनभर अस्पताल में भटकते रहे। ना तो समय पर उन्हें डॉक्टर मिले और ना ही एंबुलेंस आई। आखिर में उनको दूसरे शहर के अस्पताल में बेटी को ले जाना पड़ा।
श्योपुर (मध्य प्रदेश). आए दिन अस्पताल में बिगड़े हालातों की खबरे सामने आती रहती हैं। ऐसी ही एक हैरानी वाला मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है। जहां सुविधाओं और डॉक्टर की वजह से एक विधायक अपनी बेटी की डिलेवरी नहीं करा सका। वो दर्द से कहारती रही और MLA उसको लेकर अस्पताल के बाहर खड़ा रहा।
दर्द से कहारती बेटी को लेकर बैठा रहा विधायक
दरअसल, सरकारी सिस्टम का ये शर्मनाक मामला एमपी के श्योपुर में सामने आया है। जहां जिले की विजयपुर विधानसभा से बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी अपनी बेटी धोड़ीबाई की डिलेवरी कराने के लिए सोमवार सुबह करीब 11 बजे जिला अस्पताल लेकर आए थे। जहां उसका ऑपरेशन से होना था, लेकिन हद तो देखे यहा ऑपरेशन के लिए एनेस्थीसिया देने वाला डॉक्टर ही नहीं मिले। पूरा परिवार दिनभर डॉकटरों के लौटने का इंतजार करता रहा। पर डॉक्टर हैं कि ड्यूटी पर ही नहीं लौटे।
विधायक पिता को दिनभर नहीं मिली एक एंबुलेंस
किसी तरह बेबस पिता ने कह सुनकर अपनी बेटी को शिवपुरी के जिला अस्पताल में रेफर करा लिया। लेकिन उसको वहां तक ले जाने के लिए एक एंबुलेंस तक नहीं मिली। मजबूर बाप बेटी को लेकर अस्पताल के बाहर अपनी गाड़ी में इंतजार में दिनभर बैठा रहा। लेकिन रात 10 बजे तक कोई एंबुलेंस तक नहीं मिली। फिर देर रात एंबुलेंस आई तब विधायक अपनी बेटी को लेकर शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना हुए।
नम आंखों से विधायक ने कही दिल की बात
अस्पताल में बिगड़े हालातों से दुखी होकर विधायक ने नम आंखों से कहा-जब जिला अस्पताल के ऐसे हालात हैं कि मुझे सही से इलाज नहीं मिला तो मैं सोच सकता हूं कि आम आदमी का क्या हाल होता होगा। न तो यहां सही
खुद की बेटी का प्रसव नहीं करवा सके बीजेपी के विधायक सीताराम आदिवासी से जब मीडिया ने बात की तो वह जिला अस्पताल के बिगड़े हुए हालातों का रोना रोते हुए बोले कि यहां कोई व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में न डॉक्टर हैं और नहीं कोई व्यवस्था जिसकी वहज से मरीजों को ये परेशानी भोगनी पड़ती है।
डॉक्टर ने दी इलाज के नाम पर दी यह सफाई
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आरबी गोयल ने कहा- विधायक की बेटी के शरीर में पानी की कमी है। उनका प्रसव ऑपरेशन से ही होगा। अस्पताल के एनेस्थीसिया डॉक्टर आज नसबंदी शिविर में गए हैं। इसीलिए हमने विधायक की बेटी को शिवपुरी रेफर किया है।