बहादुरी शारीरिक ताकत से ज्यादा खुद के अंदर से आती है। यह घटना यही दिखाती है। 14 साल का बच्चा 20-25 साल के तीन चोरों से अकेले कैसे भिड़ सकता है? यह सवाल दिमाग में कौंधेगा, लेकिन इस बच्चे ने अपनी साइकिल बचाने ऐसा किया। वो अकेले ही डंडा लेकर चोरों से भिड़ गया। इस दौरान दो चोर बच्चे की हिम्मत देखकर पीछे हट गए, लेकिन एक चोर ने ब्लेड निकालकर अटैक कर दिया।
इंदौर, मध्य प्रदेश. ऐसी घटनाएं ज्यादातर फिल्मों में देखने को मिलती हैं। रियल लाइफ में कम ही होता है। बहादुरी शारीरिक ताकत से ज्यादा खुद के अंदर से आती है। यह घटना यही दिखाती है। 14 साल का बच्चा 20-25 साल के तीन चोरों से अकेले कैसे भिड़ सकता है? यह सवाल दिमाग में कौंधेगा, लेकिन इस बच्चे ने अपनी साइकिल बचाने ऐसा किया। वो अकेले ही डंडा लेकर चोरों से भिड़ गया। इस दौरान दो चोर बच्चे की हिम्मत देखकर पीछे हट गए, लेकिन एक चोर ने ब्लेड निकालकर अटैक कर दिया। घटना गुरुवार रात करीब 1.30 बजे समाजवाद नगर में ट्रैफिक थाने के पीछे हुई।
अकेले ही डंडा लेकर बाहर निकला...
यह है 9वीं कक्षा का छात्र कृतार्थ राठौर। रात को बाहर से आवाज सुनकर उसकी नींद टूटी। घर में नानी और मामा गहरी नींद में थे। उन्हें कोई आभास नहीं हुआ। कृतार्थ डंडे लेकर बाहर आया। देखा कि 20-25 साल के तीन चोर उसकी साइकिल की चेन तोड़ रहे थे। यह देखकर कृतार्थ ने उन्हें ललकारा और डंडे से भगाने की कोशिश की। इस बीच उसने शोर भी मचा दिया। बच्चे की हिम्मत देखकर दो चोर पीछे हट गए, लेकिन एक चोर से ब्लेड निकालकर बच्चे पर अटैक कर दिया। उसने बच्चे के हाथ पर 3-4 वार किए। इसके बाद भी बच्चे ने साइकिल नहीं छोड़ी। बाहर शोरगुल सुनकर बच्चे के मामा और दूसरे लोग भी बाहर निकले। यह देखकर चोर भाग गए। बच्चे की नानी दीप्ति बोड़ाने ने बताया कि उनके घर में 8 दिन में यह तीसरी चोरी की घटना है।