इंदौर की लेडी कांस्टेबल को सलाम: केस सुलझाने बनी स्टूडेंट, 3 महीने कॉलेज में रहकर सीक्रेट मिशन को दिया अंजाम

इंदौर में पुलिस की नौकरी करने वाली 24 साल की इस लेडी कांस्टेबल शालिनी चौहान की हर कोई तारीफ कर रहा है। क्योंकि शालिनी स्टूडेंट बनकर आरोपियों तक पहुंची है। वह स्टूडेंट की तरह रोजाना कॉलेज जाती थी। जहां कैंटीन में 5 से 6 घंटे बिताती थी। वहीं रहकर शुरू किया अंडरकवर मिशन...

Arvind Raghuwanshi | Published : Dec 12, 2022 12:03 PM IST / Updated: Dec 12 2022, 05:58 PM IST

इंदौर. मध्य प्रदेश की युवा कांस्टेबल शालिनी चौहान इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। क्योंकि लेडी सिपाही ने जिस फिल्मी तरीके से एक कॉलेज के ब्लाइंड केस को सुलझाया है वह काबिले तारीफ है। हर कोई शालिनी को सैल्यूट कर रहा है। इतना ही नहीं आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ने के लिए वो तीन महीने तक कॉलेज स्टूडेंट तक बनी। स्टूडेंट्स अब कांस्टेबल को लेडी सिंघम के नाम से पुकारने लगे हैं।

लेडी कांस्टेबल ने शुरू किया अंडरकवर मिशन
दरअसल, यह पूरा मामला इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति मेडिकल कॉलेज का है। जहां कुछ दिन पहले एक रैंगिंग का मामला सामने आया था। कॉलेज में कुछ सीनियर स्टूडेंट्स की ओर से जूनियर स्टूडेंट की रैगिंग की गई थी। इस मामले में एक पीड़ित छात्रा ने  कॉलेज मैनेजमेंट शिकायत की थी। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने अज्ञात सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ बीते 24 जुलाई को थाने में मामला दर्ज कराया था। बस इसी केस की जड़ तक पहुंचने के लिए इंदौर पुलिस ने अंडरकवर मिशन शुरू किया। 

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कॉलेज में स्टूडेंट बनकर रोजाना 5 से 6 घंटे बिताती
कांस्टेबल शालिनी ने इस मामले में स्टूडेंट्स के बीच ही रहकर इसकी पूरी पड़ताल कर आरोपियों की पहचान में अहम भूमिका निभाई।
शालिनी इसके लिए एक स्टूडेंट की तरह कॉलेज जाती थी। जहां वह रोजाना कैंटीन में 5 से 6 घंटे बिताती। यहां वो फ्रेशर स्टूडेंट्स से बातचीत करती थी। ताकि रैंगिंग लेने वाले सीनियर छात्र उस पर शक नहीं करें और वह आराम से इनके बीच घुल मिल जाए। शालिनी ने एक खुफिया एजेंट की तरह काम किया, वह जांच पड़ताल करती रही और वहां किसी को इस बात की भनक नहीं लग पाई कि वह यहां किसी खास मिशन पर काम कर रही है। करीब 3 महीने के दौरान वह उन सीनियर स्टूडेंट्स तक पहुंच गई जिन्होंने इस क्रूर रैगिंग को अंजाम दिया था।

आरोपी स्टूडेंट को  कॉलेज ने किया सस्पेंड
शालिनी ने अपने इस मिशन के दौरान तीन महीने के अंदर 11 उन सीनियर छात्रों की पहचान की जो कथित रूप से जूनियर छात्रों की क्रूर रैगिंग में शामिल थे। इस मामले में  6 स्टूडेंट्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं चार अभी फरार बताए जा रहे हैं। वहीं कॉलेज  मैनेजमेंट ने भी सीनियर्स को तीन महीने के लिए कॉलेज और हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है। जिसमें  9 मध्य प्रदेश के हैं और एक-एक बंगाल और बिहार का है।

पूरा थान शालिनी की स्टाइल का हुआ मुरीद
बता दें कि शालिनी देवास जिले के बागली की रहने वाली है। वह इंदौर थाने में बौतर पुलिस कांस्टेबल अपन सेवाएं दे रही है। लेकिन अब उसके काम करने के अदाज से पूरा थाना मुरीद हो गया है। इतना ही नहीं थानाप्रभारी तहजीब काजी ने शालिनी के काम के मुरीद हो गए हैं। उन्होंने तारीफ करते हुए कहा वह कॉलेज जाने वाली लड़की जैसी ही तरह दिखती है। पुलिस की नेचर की विपरीत वह बातचीत करने में प्यारी है। यही कारण है कि स्टूडेंट्स ने उसका भरोसा कर लिया।

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