खरगोन नदी में अचानक आई बाढ़, देखते-देखते बह गईं 14 कारें, भागते नजर आए पिकनिक मनाने गए यात्री

खरगौन में पिकनिक मनाने गए लोगों के साथ रविवार 7 अगस्त के दिन हुआ हादसा,जिसमें देखते देखते उनकी कारें नदीं में बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ के कारण  बहने लगी। दशहत में आए लोग अपने अपने वाहन छोड़कर सुरक्षित जगह की और भागे...

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 8, 2022 7:59 AM IST / Updated: Aug 08 2022, 05:36 PM IST

खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले रविवार 7 अगस्त के दिन एक्सीडेंट हुआ। दरअसल एक जंगल में बारिश के बाद अचानक पानी बढ़ने से कम से कम 14 कारें बह गईं, जबकि वहां घूमने गए करीब 50 लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। घटना की जानकारी  पुलिस ने सोमवार 8 अगस्त को दी। पिकनिक मनाने आए लोगों की कारें बह गई, लेकिन गनीमत की बात यह रही कि किसी की भी जान को नुकसान नहीं हुआ है। हादसे के समय 50 लोग पिकनिक का आनंद ले रहे थे।

कटकूट जंगल घूमने गए थे लोग
इंदौर जिले के सभी लोग बारिश के सुवाहने मौसम का आनंद लेने के लिए रविवार 7 अगस्त की शाम को बलवाड़ा थाना क्षेत्र के कटकूट जंगल में सुकड़ी नदी के पास पिकनिक का आनंद ले रहे थे। की तभी वहां बारिश होने लगी। अचानक हुई इस बरसात के कारण जंगल में बहने वाली नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया। नदी में वाटर लेवल बढ़ने के कारण वहां बाढ़ आ गई, जिससे की वहां घूमने आए लोगों की कारें उसमें बहने लगी। इससे घटना से घबराएं लोग अपने अपने वाहन छोड़कर सुरक्षित स्थानों की और भागे। 

लकड़ी की तरह बहने लगी कारें
मामलें की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि अचानक आई बाढ़ के कारण वहां घूमने गए लोगों की महंगी कारे पानी में लकड़ी के ढेर की तरह बही जा रही थी। बाढ़ में करीब 14 कारें बह गई थी। इसमें करीब 10 वाहन सामान्य कारें थी एक एसयूवी व्हीकल थी।  तीन वाहन दूर तक बह गई थी, जबकि एक कार पुल के पास खंभे के पास फंस गई थी। 

लोगों को दूसरें वाहन से घर पहुंचाया गया
बाढ़ आने की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गांववालों की मदद लेकर उनके ट्रक्टरों की सहायता लेकर सभी कारों को नदी में भरे पानी से बाहर निकाला। हालांकि पानी भरा जाने से सभी वाहनों में तकनीकी खराबी आ गई थी जिसके कारण वे स्टार्ट नहीं हुई। पुलिस ने पिकनिक मनाने आए लोगों  को अन्य वाहनों की सहायता से घर पहुंचाया। इसके साथ ही वहां की लोकल पुलिस को इलाके में चेतावनी वाला बोर्ड लगाने को कहा है, ताकि घूमनें आए लोगों को ऐसे स्थानों पर अचानक पानी बढ़ने या बाढ़ आने की जानकारी पहले से ही हो जाए।

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