वोटिंग के दौरान एक-दो जगह से हिंसा की खबरें भी सामने आईं। भिंड और मुरैना जिले में वोटिंग के समय फायरिंग भी हुई। वहीं कुछ गांव में कुछ लोगों ने ईवीएम में भी तोड़फोड़ भी की। हालांकि पुलिस-फोर्स ने मामला सभांल लिया। वहीं जौरा विधानसभा में बाहुबलियों ने मतदान रोकने की कोशिश की।
भोपाल. मध्य प्रदेश की 28 सीटों के उपचुनाव के लिए सुबह 6 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 7 बजे तक समाप्त हो गया है। जहां मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान करीब 69 % वोटिंग हुई। कोरोना के खतरे को देखते हुए यह रिकॉर्ड तोड़ मतदान है। वहीं कोरोना के चलते इस बार वोटिंग का समय पहली बार एक घंटे बढ़ाया गया। बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनावों में इन सीटों पर 72.93% मतदान हुआ था। अब 10 नवंबर तक सभी उम्मीदवारों के दिलों की धड़कनें एक सप्ताह तक EVM में कैद हो गईं। 10 नवंबर को जिला मुख्यालय पर काउंटिंग होगी। यानि आने वाले मंगलवार को पता चलेगा कि किसका मंगल शुभ होता है।
वोटिंग के दौरान बाहुबलियों ने की फायरिंग
वोटिंग के दौरान एक-दो जगह से हिंसा की खबरें भी सामने आईं। भिंड और मुरैना जिले में वोटिंग के समय फायरिंग भी हुई। वहीं कुछ गांव में कुछ लोगों ने ईवीएम में भी तोड़फोड़ भी की। हालांकि पुलिस-फोर्स ने मामला सभांल लिया। वहीं जौरा विधानसभा में बाहुबलियों ने मतदान रोकने की कोशिश की।
दिग्विजय सिंह ने कहा EVM चिप हैक हो सकती है
उपचुनाव को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर EVM मशीन पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि तकनीकी युग में विकसित देश EVM पर भरोसा नहीं करते पर भारत व कुछ छोटे देशों में EVM से चुनाव होते हैं। विकसित देश क्यों नहीं कराते? क्योंकि उन्हें EVM पर भरोसा नहीं है। क्यों? क्योंकि जिसमें चिप है वह हैक हो सकती है। वहीं सीएम शिवाराज ने कहा कि कांग्रेस अपनी पराजय का ठीकरा एक बार फिर EVM पर फोड़ने को तैयार है! जब पराजय सामने दिख रही है, तो उसे दोष देना कांग्रेस के नेताओं ने प्रारम्भ कर दिया है।
भगवान की शरण में पहुंचे शिवराज और कमलनाथ
28 विधानसभा सीटों पर जीतन हासिल करने के लिए सीएम शिवराज से लेकर कमलनाथ ने पूरा जोर लगा दिया। उन्होंने जनता से अपील करते हुए मंदिरों में जाकर भागवान से भी प्रार्थना भी की। जहां शिवराज सिंह ने अपने घर में मां भगवती की पूजा की तो कमलनाथ ने भोपाल के गुफा मंदिर जाकर माथा टेका। अब देखते हैं कि प्रदेश की जनता किसको जीत का ताज पहनाती है। एक सप्ताह बाद पता चल जाएगा कि एमपी में शिवराज का राज बना रहेगा या कमलनाथ को मध्य प्रदेश की कुर्सी मिलेगी।
इन नेताओं पर है सबकी नजर
बता दें कि इस उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान और ज्योतोरादित्य सिंधिया साख दाप पर लगी हुई है। क्योंकि उनकी सरकार के 14 मंत्री चुनावी मौदन में हैं। भाजपा सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभु राम चौधरी, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, गिर्राज दंडोतिया, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र सिंह यादव, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, ऐंदल सिंह कंसाना, बिसाहूलाल सिंह और हरदीप सिंह डंग पर सबकी नजर रहेगी।