मध्य प्रदेश में सरपंच बनने की खुशी में महिला की मौत, जश्न मनाकर ऐसा सोईं कि फिर नहीं खुली आंख

मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान खत्म हो चुका है। वोटिंग के कुछ देर बाद कई जिलों में रिजल्ट भी घोषित कर दिए गए हैं। किसी को जीत से खुशी तो किसी को हार से निराशा मिलीं। इसी बीच एक गांव ऐसा भी है जहां पर प्रत्याशी के जीतने के बाद उसकी मौत हो गई।

Arvind Raghuwanshi | Published : Jun 26, 2022 8:13 AM IST / Updated: Jun 26 2022, 02:05 PM IST

हरदा. मध्य प्रदेश में कल यानि रविवार को पंचायत चुनाव (MP Panchyat Election 2022) के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया। करीब 7 साल बाद हुए इन पंचायत चुनावों में लोगों ने उत्साह के साथ वोट डाला। पहले चरण में 77% मतदान हुआ। वोटिंग के कुछ देर बाद कई जिलों में रिजल्ट भी घोषित कर दिए गए हैं। इस त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में किसी को जीत से खुशी तो किसी को हार से निराशा मिलीं। उम्मीदवारों में जीत की खुशी का यह जश्न देर रात तक चला। इसी बीच हरदा जिले की एक पंचायत से दुखद खबर सामने आई है, जहां सरपंच बनने की खुशी में एक महिला की मौत हो गई।

कुछ ही घंटों में खुशियों की जगह मातम छा गया
दरअसल, यह दुखद घटना हरदा जिले की टिमरनी जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पानतलाई से सामने आई है। जहां गांव की 70 साल की महिला रुकमणी बाई सरपंच की प्रत्याशी थी। शनिवार देर रात हुई मतगणना में वह करीब 365 वोटों से जीती थीं। गांव और परिवार के लोगों के साथ महिला सरपंच शाम को जमकर जश्न मनाया। लेकिन अचानक रात को उनकी मौत हो गई और अब खुशियों की जगह मातम छा गया।

महिला के बेटे ने कहा-रात 12 बजे सोईं थीं मां...सुबह नहीं जागीं
मृत महिला के बेटे राजेश ने बताया कि गांव के लोगों ने मिलकर मेरी मां  रुकमणी बाई को सरपंच पद के लिए खड़ा किया था। सभी को उम्मीद थी कि उन्हें जीत मिलेगी, और उनको जीत मिली। वह इस जीत से बहुत खुश थीं, देर रात तक उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। घर के लोग रात 12 बजे के खाना खाने के बाद घर मे सो गए। सुबह सभी उठे, लेकिन मां का पता नहीं था, जब उठकर हम लोग उनके पास पहुंचे तो देखा उनमें कोई  हलचल नहीं थी, जांच के बाद पता चला की उनकी मौत हो गई।

बेटे ने कहा-पता नहीं था मां जीतते ही दुनिया छोड़ जाएंगी
बेटे ने बताया कि हमारा परिवार मजदूरी करके जीवन यापन करता है। मां हमेशा चाहती थीं कि गांव और यहां रहने वाले गरीबों का विकास हो। इसलिए उन्होंने इतनी ज्यादा उम्र होने के बाद भी चुनाव लड़ा था। लेकिन किसे पता था कि जीतते ही वह दुनिया छोड़ जाएंगी।  उनके अचानक निधन से पूरा परिवार सदमे में है। बेटे ने कहा- मां को बीवी और गैस की बीमारी थी, मृतका के दो बेटे राजेश ओर मुकेश एवं एक बेटी है। वहीं पति का पहले ही मौत हो चुकी है।

यह भी पढ़ें- MP Panchyat Election 2022: इन करोड़पति कैंडिडेट्स को मिली जीत, कोई बीई की पढ़ाई किया तो कोई केवल साक्षर
 

Share this article
click me!