10 साल की बेटी ने मरने से पहले बताई पागल पिता की हैवानियत, पत्नी को गुस्से में मायके छोड़कर लौटा था

पत्नी से नाराज एक शख्स अपनी 10 साल की बेटी के लिए शैतान साबित हुआ। लाख मना करने के बाद भी पत्नी रक्षाबंधन पर मायके जाने की जिद पर अड़ी रही। इसके बाद आरोपी उसे बाइक पर बैठाकर गुस्से में ससुराल के लिए निकला था। रास्ते में उसका साला मिल गया। आरोपी ने पत्नी को वहीं उतारा और घर लौट आया। घर पहुंचकर उसने बेटी पर सारा गुस्सा उतार दिया। उसे लात-घूंसों से पीट दिया। इससे उसकी मौत हो गई।

Asianet News Hindi | Published : Aug 6, 2020 5:17 AM IST

 

रतलाम, मध्य प्रदेश. पत्नी के मायके जाने की जिद से क्रोधित एक शख्स अपनी 10 साल की बेटी के लिए हैवान साबित हो गया। उसने गुस्से में बेटी को लात-घूंसों से पीट दिया। बाद में उसे अस्पताल लेकर भागा, लेकिन बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। हालांकि मरने से पहले बेटी ने अपने पिता की सारी करतूत खोल दी। मामला रत्तागढ़खेड़ा गांव का है। आरोपी ने बेटी को पीटने के साथ ही गला दबा दिया था। घटना के वक्त पत्नी मायके में थी। बेटी ने फोन करके मां को घटना के बार में बताया था। मां भागी-भागी घर पहुंची। पति ने बताया कि बेटी बीमार है। इसके बाद कपल बेटी को लेकर अस्पताल के लिए निकले, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। बेटी के बयान के आधार पर बिलपांक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

रक्षाबंधन पर भी मायके नहीं जाने देना चाहता था..

एसआई कैलाश मालवीय के अनुसार अमृत भाभर की पत्नी विद्या का मायका रत्तागढ़खेड़ा से बमुश्किल डेढ़ किलोमीटर दूर बावड़ीखेड़ा गांव में है। रविवार को पिता रतन डोडियार बेटी को लेने पहुंचे थे। लेकिन अमृत ने उन्हें मना कर दिया। इसके बाद वो लौट गए। विद्या को यह बात ठीक नहीं लगी। वो मायके जाने की जिद पर अड़ गई। उसने फोन करके अपने भाई अंबाराम को बुलाया। इससे पहले अमृत गुस्से में अपने दोनों बच्चों 10 साल की भारती और 7 साल के पंकज को घर पर छोड़कर पत्नी को खुद मायके छोड़ने निकल पड़ा। वो बाइक से जा रहा था, तभी रास्ते में अंबाराम आते दिखा। इस पर अमृत ने विद्या को वहीं उतार दिया और गुस्से में घर लौट आया।


घर लौटते ही बच्चों पर उतारा गुस्सा..
घर लौटते ही अमृत ने अपना सारा गुस्सा दोनों बच्चों पर निकाल दिया। उन्हें बेरहमी से पीटा। बेटी ने नाना को फोन करके बताया भी था कि पिता उसे पीट रहे हैं। इसलिए मां को भेज दो। रात को अंबाराम और विद्या घर पहुंचे। उन्होंने देखा कि भारती बीमार पड़ी है। अंबाराम, विद्या और अमृत तीनों उसे लेकर रतलाम हॉस्पिटल के लिए निकले। लेकिन रास्ते में भारती ने दम तोड़ दिया। मंगलवार को अमृत बेटी का अंतिम संस्कार करने जा रहा था, लेकिन मामला पुलिस तक जा पहुंचा।
 

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