एमपी के राजस्व अधिकारी की शर्मनाक हरकत, पंचायत प्रतिनिधि की पीठ पर लात रख मंगवाई माफी, हुआ सस्पेंड

  मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना तहसील से एक पटवारी द्वारा शर्मनाक हरकत करने का मामला सामने आया है। जहां अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आरोपी पटवारी ने सरपंच प्रतिनिधि की पीठ पर पांव रखकर माफी मंगवाई। घटना के बाद कलेक्टर ने आरोपी पटवारी को किया सस्पेंड

Sanjay Chaturvedi | Published : Oct 6, 2022 6:24 AM IST

सागर ( मध्यप्रदेश). मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना तहसील से एक पटवारी द्वारा शर्मनाक हरकत करने का मामला सामने आया है। जहां अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आरोपी पटवारी ने सरपंच प्रतिनिधि की पीठ पर पांव रखकर माफी मंगवाई। राजस्व अधिकारी की घटिया हरकत यहीं नहीं रूकी उसने इस घटना की तस्वीरें खींची और सोशल मीडिया में पोस्ट कर दी। मामला समाने आने के बाद जिलाधिकारी ने इस पर संज्ञान लेते हुए आरोपी पटवारी के पद से सस्पेंड कर दिया है। पटवारी की पहचान विनोद अहिरवार के रूप मे तो वहीं पीड़ित की पहचान क्षमाधर कुर्मी के रूप में हुई है। पटवारी की यह हरकत दोनों के बीच किसी विवाद के होने के चलते हुई बताई जा रही है।

यह है मामला
माफी मागवाने वाली हरकत पर अपना पक्ष रखते हुए पीड़ित जनपद पंचायत क्षमाधर कुर्मी ने बताया कि 2 अक्टूंबर गांधी जयंती के दिन वे प्रोग्राम अटेंड करने गए थे जहां पर इलाके के पटवारी भी पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने कुर्सी देने के लिए कहां तो पीड़ित ने वो उपलब्ध नहीं कराई थी। जिसके चलते पटवारी विनोद अहिरवार की पंचायत प्रतिनिधि से बहस हो गई। दलित समुदाय से आने वाले अहिरवार ने पंचायत प्रतिनिधि के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने के लिए पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही पीड़ित को लेटर देते हुए धमकी दी की यदि उसने माफी नहीं मांगी तो वह उस पर एससी/ एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करा देगा।

ऑफिस गए तो पैर पड़कर माफी मांगने के लिए बोला आरोपी
इस धमकी के बाद पीड़ित प्रतिनिधि अहिरवार के ऑफिस उनसे बात करने पहुंचे तो आरोपी ने कहा कि शिकायत वापस लेना है तो उन्हें उसके पैर छूकर माफी मांगनी होगी। पीड़ित उनकी बात मान कर पटवारी के पैर छूकर माफी मांगने लगा तो उस समय आरोपी ने घटिया हरकत करते हुए अपना एक पैर पीड़ित की पीठ पर रख फोटों खींचे और उन्हें सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया।

आहत होकर एसडीएम से की शिकायत
पटवारी दीपक अहिरवार की इस हरकत से पंचायत प्रतिनिधि काफी आहत हो गए और घटना की जानकारी जिले के एसडीएम से की जिसके बाद मामले की जांच करने के बाद पूरी रिपोर्ट जिले के कलेक्टर को सौंपी गई। जिस पर एक्शन लेते हुए बुधवार के दिन जिला कलेक्टर दीपक आर्य ने पटवारी विनोद अहिरवार को उनके पद से हटा दिया। बुधवार को उन्होंने कहा कि बीना तहसील के तहत भानगढ़ में पटवारी के पद पर तैनात अहिरवार को बीना के उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) से तस्वीर के बारे में रिपोर्ट मिलने के बाद निलंबित कर दिया गया है, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुई थी। कलेक्टर बोले  कि पंचायत प्रतिनिधि के साथ पटवारी की इस अव्यवहारिक हरकत से सरकारी कर्मचारियों  की छवि खराब हुई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि का अपमान करना सरकारी कर्तव्यों के प्रति कदाचार की श्रेणी में आता है।

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