मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से एक कलयुगी सौतेली मां की क्रूरता सामने आई है। जहां उसने अपने ही 10 साल के बेटे को मार डाला। इसके बाद अलग-अलग झूठी कहानी सुनाने लगी, लेकिन पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया।
ग्वालियर. मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से एक कलयुगी सौतेली मां की क्रूरता सामने आई है। जहां उसने अपने ही 10 साल के बेटे को मार डाला। इसके बाद अलग-अलग झूठी कहानी सुनाने लगी, लेकिन पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। आरोपी महिला की नजर बेटे की एफडी पर थी, जिसके चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
24 घंटे तक तड़पता रहा मासूम
दरअसल, यह खौफनाक वारदात ग्वालियर जिले के बड़ागांव खुरैरी से सामने आई है। जहां जूली (32) नाम की महिला ने अपने सौतेले बेटे नितिन मिर्धा को 23 सितंबर को खाना में जहर दिया था। जिसको खाते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे आनन-फानन में अस्पताल में एडमिट करना पड़ा। लेकिन एक दिन बाद ही 24 सितंबर को मासूम की तड़प-तड़पकर मौत हो गई।
महिला ने यूं गढ़ी झूठी कहानी
आरोपी महिला मासूम बेटे को जहर देने के बाद पति राजू मिर्धा और आसपास के लोगों को झूठी कहानी सुनाने लगी। कहा उसने गलती से कोई जहर खा लिया होगा। या फिर उसे सांप ने काट लिया होगा। लेकिन पुलिस को उसकी बातों पर यकीन नहीं हुआ। जब शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो जहर से मौत होने की सच्चाई सामने आई। इसके बाद आरोपी महिला से पूछताछ की गई तो सारी कहानी सामने आ गई।
बेटे के नाम पर थी 18 लाख एफडी
पुलिस ने जांच में सामने आया है कि मृतक बेटे नितिन के नाम पर 18 लाख की एफडी थी। यह पैसा उसकी सगी मां की मौत के बाद उसे बीमा क्लेम में मिले थे। चार साल पहले उसकी मां सीमा की एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। इन्हीं पैसों पर आरोपी महिला की नजर थी, जिसके चलते उसने इस घटना को अंजाम दिया है। जूली ने राजू की पहली पत्नी के गुजर जाने के बाद उससे 2019 में शादी की थी।