मुंबई पुलिस ने बुधवार को मयंक रावल (21) और मंगलवार को श्वेता सिंह (19) को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था, जबकि इंजीनियरिंग स्टूडेंट विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। वहीं दिल्ली पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी नीरज बिश्वोई को असम से गिरफ्तार किया है।
मुंबई : बुली बाई एप मामले (Bulli Bai case) के दो आरोपियों श्वेता सिंह और मयंक रावल को बांद्रा कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। दोनों आरोपियों को शुक्रवार को मुंबई लाया गया था। श्वेता और मयंक को दोपहर बाद बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। बता दें कि दोनों को उत्तराखंड (Uttarakhand) से ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लाया गया था।
अब तक चार आरोपी गिरफ्तार
इससे पहले मुंबई पुलिस ने बुधवार को मयंक रावल (21) और मंगलवार को श्वेता सिंह (19) को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था, जबकि इंजीनियरिंग स्टूडेंट विशाल कुमार झा (21) को सोमवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। वहीं दिल्ली पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी नीरज बिश्वोई को असम (Assam) से गिरफ्तार किया है। यह गिटहब (Github) पर बुल्ली बाई का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। नीरज भोपाल (Bhopal) के VIT कॉलेज से पढ़ाई कर रहा था। इसके परिवार वालों को इसके काले कारनामों के बारे में जानकारी नहीं थी। पिता ने बताया कि वह घंटों तक लैपटॉप से चिपका रहता था। पढ़ने वह एक ब्राइट स्टूडेंट था। असम में ग्रॉसरी शॉप चलाने वाले नीरज के पिता अपने बेटे की गिरफ्तारी और उस पर लगे आरोपों से शॉक्ड हैं।
मास्टरमाइंड कोर्ट में पेश
गुरुवार को ही दिल्ली पुलिस ने नीरज बिश्नोई को स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। साथ ही पुलिस को कोर्ट ने बुली बाई
एप मामले में उसके ठिकानों की तलाशी लेने की अनुमति भी दे दी है। पुलिस नीरज को बुली बाई एप का मुख्य साजिशकर्ता बता रही है। इस एप पर मुस्लिम महिलाओं को निशाने पर लेकर उनकी बोली तक लगाई जा रही थी।
एक यूजर ने खुद को बताया मास्टरमाइंड
बता दें कि इससे पहले @giyu नाम के एक ट्विटर यूजर ने कहा था कि आपने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें जल्द से जल्द रिहा करें। उसने दावा किया था कि उसी ने इस ऐप को बनाया है। माना जा रहा है कि यह ट्वीट करने वाला शख्स विश्नोई ही है।
क्या है बुली बाई एप केस
बुली बाई एप के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि श्वेता ने एक अन्य आरोपी के साथ विवादास्पद ऐप को कंट्रोल करती थी। उसने ही ऐप का ट्विटर हैंडल भी बनाया था।
इसे भी पढ़ें-Bulli Bai App Case : अब इस युवक का दावा, कहा - मैं हूं असली मास्टरमाइंड, बेगुनाहों को परेशान मत करो वरना..
इसे भी पढ़ें-मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड कर रहे 'Bulli bai' एप पर विवाद, पत्रकार तक बनीं निशाना, जानिए पूरा मामला