एक चोर ने घर में अकेले बच्चे को देखकर सोचा,'चलो! आज यही हाथ साफ करते हैं।' चोर दबंगई से घर में घुसा, क्योंकि उसे किसी का कोई डर नहीं था। वैसे भी अकेला बच्चा उसका क्या बिगाड़ लेता? ऐसा चोर का सोचना था, लेकिन बहुत भारी पड़ गया।
मुंबई. 1996 में एक फिल्म-'मासूम' आई थी। इसमें फिल्म का हीरो यानी एक छोटा बच्चा गुंडे-मवाली, चोर-उचक्के पर भारी पड़ गया था। करीब-करीब ऐसा ही मुंबई के विरार इलाके में देखने मिला। हुआ यूं कि मंगलवार को एक चोर भरी दोपहरी करीब 12.30 बजे एक घर में घुसा। उस समय 11 साल का बच्चा अकेला था। चोर ने सोचा, छोटा बच्चा उसका क्या बिगाड़ लेगा, लेकिन हुआ उल्टा। अब चोर पुलिस के डंडे खा रहा है।
ऐसा है मामला
5th क्लास के स्टूडेंट तनिष महादिक की फैमिली न्यू तपोवन के अपार्टमेंट में तीसरी मंजिल के एक फ्लैट में रहती है। मंगलवार दोपहर तनिष स्कूल से घर पहुंचा। उस वक्त तनिष के पिता प्रकाश काम पर गए थे। वहीं मां दिव्या उसकी बहन को स्कूल छोड़ने गई थी। मौका देखकर चोर अब्दुल खान(52) ने घर की घंटी बजाई। वो बिजली विभाग का लाइनमैन बनकर पहुंचा था। उसने बताया कि उसे बिजली लाइनों की जांच करनी है। हालांकि समझदार तनिष ने उसे घर में एंट्री नहीं करनी दी। तनिष ने कहा कि बाद में आना। लेकिन चोर अब्दुल उसे धक्के देकर अंदर घुस गया। जब तक तनिष कुछ सोच-समझ पाता, अब्दुल ने रसोई में रखी एक अलमारी खोली और उसमें रखे 1.4 लाख रुपए निकाल लिए। इससे पहले कि वो घर से बाहर निकलता, तनिष चोर पर झपट पड़ा और मदद के लिए चिल्लाने लगा। उस वक्त तनिष की मां फ्लैट की सीढ़ियां चढ़ रही थी। बेटे के चिल्लाने की आवाज सुनकर वे तेजी से ऊपर की ओर भागीं। इस बीच चोर तनिष से छूटकर नीचे की ओर दौड़ा। हालांकि मां-बेटे का शोर सुनकर पड़ोसी बाहर निकले और चोर को दबोच लिया। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। विरार थाने के इंस्पेक्टर अनिल दाबड़े ने बताया कि अब्दुल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं तनिष को पुलिस बहादुरी का सर्टिफिकेट देगी।