किसान रेल 40 घंटे में तय करेगी 2132 किमी की दूरी, पहुंचा चुकी 27 हजार टन उपज, जानें खास बातें

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान एक महीने से सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी की सोमवार 28 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश की 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाएंगे। 

मुंबई. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान एक महीने से सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी की सोमवार 28 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश की 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाएंगे। रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में शाम 4.30 बजे पीएम मोदी ट्रेन का शुभारंभ करेंगे। बताया जा रहा है कि ये ट्रेन 40 घंटे में 2132 किमी की दूरी तय करेगी। ये ट्रेन महाराष्ट्र के सांगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलेगी। आज इसके उद्घाटन के दिन आपको इसकी खास बातों के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं...

किसान रेल की खास बातें, आप भी जान लें...

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1. किसान रेल को चलाने का उद्देश्य है कि खेत में तैयार किए गए सभी अनाज, फल और सब्जियों को देशव्यापी जल्दी से जल्दी पहुंचाया जा सके। 
2. 100वीं किसान रेल 2132 किमी का सफर 40 घंटे में तय करेगी। 
3. 100वीं किसान रेल में सब्जियां जैसे कि बंदगोभ, मिर्च, प्याज, गोभी, सहजन, शिमला मिर्च, फूलगोभी और फल जैसे- अनार, अंगूर, संतरा, केला और शरीफा जैसे फल शामिल हैं।
4. ताजा खेत में सांगोला से अनार, सांगोला से संतरे, कस्तूरी तरबूज और जूर, बेलवंडी और कोपरगांव से अन्य उपज मिलती है, जो देश के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हिस्सों के बाजारों तक नहीं पहुंच पाएगी। 
5. हर स्टेशन पर खराब होने वाले फल और सब्जियों को चढ़ाने और उतारने की अनुमति दी जाएगी। 
6.इसके साथ ही केंद्र सरकार ने फल और सब्जियों के परिवहन पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी बढ़ा दी है। पैदा की गई उपज को ट्रेन से देशभर में जल्दीय पहुंचाया जाएगा।
7. बताया जा रहा है कि तीन महीने में 27000 टन कृषि उपज को किसान रेल द्वारा देशभर में पहुंचाया जा चुका है। 
8. पहले किसान रेल की फ्रेक्वेंसी साप्ताहिक थी, जिसे किसानों के अच्छे रिस्पांस को देखते हुए हर तीसरे दिन कर दी गई है। अब एक सप्ताह में ये ट्रेन दो बार रेल की पटरी पर दौड़ेगी। 

अगस्‍त 2020 में शुरू की गई थी पहली ट्रेन

भारतीय रेलवे ने पहली किसान रेल की शुरुआत इस साल अगस्त के महीने में की थी। इसकी शुरुआत महाराष्ट्र के देवली से बिहार के दानापुर के बीच की गई थी। बाद में इसी ट्रेन को मुजफ्फरपुर तक बढ़ा दिया गया था। 

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9 रूटों पर चल रही है किसान रेल

भारतीय रेलवे द्वारा चलाई गई किसान रेल का फिलहाल 9 रूटों पर संचालन किया जा रहा है और अब तक किसान रेल के जरिए 27000 टन कृषि उत्पादों का ट्रांसपोर्टेशन किया जा चुका है। केंद्र सरकार ने फल और सब्जियों के परिवहन पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी बढ़ा दी है। बता दें कि सरकार ने इस साल के बजट में किसान रेल (Kisan Rail) चलाने की घोषणा की थी।

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