सार
भाजपा नेता और पूर्व वित्तिय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली की सोमवार को पहली जयंती है। उनकी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका ओजस्वी व्यक्तित्व, बुद्धिमता, कानूनी समझ और हाजिरजवाबी को वो सभी लोग याद करते हैं, जो उनके काफी पास थे।
नई दिल्ली. भाजपा नेता और पूर्व वित्तिय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली की सोमवार को पहली जयंती है। उनकी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका ओजस्वी व्यक्तित्व, बुद्धिमता, कानूनी समझ और हाजिरजवाबी को वो सभी लोग याद करते हैं, जो उनके काफी पास थे। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में जेटली की प्रतिमा का अनावरण किया। इस खास अवसर पर शाह ने कहा कि पीएम मोदी और अरुण जेटल में गहरी दोस्ती थी। गृहमंत्री ने उनकी तारीफ में कहा कि 'वो एक बेहद तार्किक नेता थे, उनके पास हर सवाल का सटीक जवाब होता था।'
जेटली प्रतिमा का अनावरण करना मेरे लिए सम्मान की बात है-शाह
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि 'उनके लिए ये बहुत सम्मान और खुशी की बात है कि वो यहां फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में हैं, जिसने अतीत में कुछ ऐतिहासिक क्रिकेट क्षण देखे हैं। जेटली जी ने कभी भी सदन की गरिमा को नहीं तोड़ा। वो एक बेहद तार्किक नेता थे। वो पुख्ता तर्कों के साथ विरोध करते थे। आपातकाल एक काला अध्याय था, जिसके खिलाफ वो लड़े और जेल भी गए। विपक्ष में रहते हुए उनकी भूमिका की वजह से ही 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आई, वो एक मजबूत वित्त मंत्री थे।'
बिना किसी कनफ्यूजन के जेटली ने किया था IPL का खाका तैयार- शाह
अरुण जेटली को याद करते हुए अमित शाह ने अपनी बात को आगे बढ़ाया और कहा कि 'बिना किसी कंफ्यूजन के उन्होंने आईपीएल का मजबूत खाका तैयार किया। आज आईपीएल पटरी पर चल रहा है और हजारों युवाओं के लिए क्रिकेट रोजगार का आधार बन गया है। उनके जीवन में जब संकट आया तो अरुण जी ने उसका समाधान निकाला।'
प्रधानमंत्री ने जेटली को किया याद
बता दें कि अरुण जेटली कई साल तक भाजपा की सबसे मुखर आवाज वाले नेताओं में शामिल रहे और उन्हें सबसे सूक्ष्म राजनीतिक समझ वाले नेताओं में से एक माना जाता था। उनका जन्म 1952 में हुआ था। उनका पिछले साल अगस्त में निधन हो गया था।
जेटली की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर याद किया और कहा कि 'मैं अपने मित्र अरुण जेटली जी को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं। उनके ओजस्वी व्यक्तित्व, बुद्धिमता, कानून समझ और हाजिरजवाबी को वे सभी लोग याद करते हैं, जिन्होंने उनसे निकटता से बातचीत की है। उन्होंने भारत की प्रगति के लिए अथक मेहनत की।'
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