Viral Issue: जल्लीकट्टू में 14 साल के बच्चे की मौत के बाद सांडों के ट्रेनर और प्रशासन की व्यवस्थाओं पर उठीं उंगुलियां

Published : Jan 23, 2023, 07:52 AM ISTUpdated : Jan 23, 2023, 07:54 AM IST
Jallikattu event in Tamil Nadu

सार

तमिलनाडु के धर्मपुरी में आयोजित सांडों को काबू में करने वाले परंपरागत खेल जल्लीकट्टू को देखने आए 14 साल के लड़के की एक सांड द्वारा सींग मारे जाने के बाद हुई मौत से सब शॉक्ड हैं। यह कार्यक्रम थाडांगम गांव में आयोजित किया गया था।

धर्मपुरी(Dharmapuri). तमिलनाडु के धर्मपुरी में आयोजित सांडों को काबू में करने वाले परंपरागत खेल जल्लीकट्टू(Jallikattu) को देखने आए 14 साल के लड़के की एक सांड द्वारा सींग मारे जाने के बाद हुई मौत से सब शॉक्ड हैं। यह कार्यक्रम थाडांगम गांव में आयोजित किया गया था।

1. घटना के वक्त गोकुल अपने रिश्तेदारों के साथ जल्लीकट्टू देखने गया था। उसी दौरान एक सांड ने उसके पेट में जोरदार वार कर दिया था। इस हमले में गोकुल बुरी तरह घायल हो गया था। गोकुल को तुरंत धर्मपुरी सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका था।

2. धर्मपुरी पुलिस ने ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि गोकुल कैसे घायल हुआ था?

3. बता दें कि गोकुल इस साल जल्लीकट्टू खेल के दौरान मरने वाला चौथा व्यक्ति है। जल्लीकट्टू जनवरी के मध्य में पोंगल की फसल के समय खेला जाने वाला एक लोकप्रिय खेल है।

4. इस खेल में विजेता का फैसला इस बात से तय होता है कि वो सांड का ट्रेनर यानी टैमर(tamer) कितनी देर तक सांड के कूबड़ पर टिका रह सकता है।

5.जल्लीकट्टू आमतौर पर तमिलनाडु में मट्टू पोंगल के हिस्से के रूप में प्रचलित है। यहचार दिवसीय फसल उत्सव के तीसरे दिन होता है। तमिल शब्द 'मट्टू' का अर्थ बैल होता है। पोंगल का तीसरा दिन मवेशियों को समर्पित होता है, जो खेती में एक प्रमुख भागीदार हैं। हालांकि इस खेल को लेकर लंबे समय से बहस चली आ रही है।

6. एआईएडीएमके के पालाकोड विधायक केपी अंबालागन ने जिला प्रशासन और थडंगम में जल्लीकट्टू के आयोजकों पर दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कार्यक्रम स्थल पर हेल्थ सर्विस मुहैया करने में विफल रहने का आरोप लगाया।

7. रविवार को धर्मपुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, अंबालागन ने कहा, “आयोजन में कई खामियां थीं। जिला प्रशासन सांडों, तमंचों और तमाशबीनों दोनों को उचित सुरक्षा और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में विफल रहा। तैयारी में भारी कमी थी।”

8. अंबालागन ने कहा कि 14 वर्षीय गोकुल के पिता श्रीनिवासन ने कहा था कि कार्यक्रम स्थल पर कोई मेडिकल टीम तैनात नहीं थी। इसके अलावा, अंबालागन ने मांग की कि राज्य सरकार गोकुल के परिवार के एक सदस्य को `50 लाख का हर्जाना (solatium) और एक सरकारी नौकरी दे।

9.गोकुल पलाकोडे का रहने वाला था और घटना के समय दर्शक दीर्घा के पास था। जब जल्लीकट्टू खेल के अंतिम चरण के दौरान सांडों को काबू करने वाली टीम अपने सांड को नियंत्रित करने में विफल रही, तो क्रोधित सांड प्रतियोगिता से बाहर हो गया। उसने पास खड़े गोकुल के पेट के बाईं ओर वार कर दिया।

10.इस जल्लीकट्टू प्रतियोगिता में 622 बैलों और 700 प्रतियोगियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का उद्घाटन तमिलनाडु के कृषि और किसान कल्याण मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने किया था।

11.बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भारत के पशु कल्याण बोर्ड(Animal Welfare Board of India) द्वारा अपील के बाद जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें 2008 और 2014 के बीच लगभग 43 व्यक्तियों और चार सांडों की मौत का दावा किया गया था।

12. लेकिन बड़े पैमाने पर विरोध और कई मशहूर हस्तियों के समर्थन के बीच स्पेसिफिक गाइडलाइन के तहत इसे फिर से हरी झंडी मिल गई थी। केंद्र सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में इस आयोजन के समर्थन में आवाज उठाई थी।

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