मंगल की काली रात: बस खराब थी, सो सड़क पर खड़े थे लोग, तभी रौंद गया ट्रेलर, 20 की मौत; PM ने जताया दु:ख

Published : Jul 28, 2021, 07:31 AM ISTUpdated : Jul 28, 2021, 01:25 PM IST
मंगल की काली रात: बस खराब  थी, सो  सड़क पर खड़े थे लोग, तभी रौंद गया ट्रेलर, 20 की मौत; PM ने जताया दु:ख

सार

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में मंगलवार देर रात एक भयंकर सड़क हादसे में 20 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ये लोग पंजाब से बिहार जा रहे थे, तभी तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनकी बस को टक्कर दे मारी।

बाराबंकी. उत्तर प्रदेश बाराबंकी जिले में मंगलवार रात एक भयंकर सड़क हादसा हो गया। इस हादसे में ट्रेलर की टक्कर से 20 मजदूरों की मौत हो गई। जबकि 20 गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दु:ख जताया है। पीएम ने tweet किया-'यूपी के बाराबंकी में हुए सड़क हादसे की खबर से बहुत दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। अभी सीएम योगी जी से भी बात हुई है। सभी घायल साथियों के उचित उपचार की व्यवस्था की जा रही है।'  पीएम ने मृतकों के परिजनों के लिए PMNRF से प्रत्येक को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।

यूपी के बाराबंकी में हुए सड़क हादसे की खबर से बहुत दुखी हूं। शोकाकुल परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। अभी सीएम योगी जी से भी बात हुई है। सभी घायल साथियों के उचित उपचार की व्यवस्था की जा रही है।

सभी मजदूर पंजाब से बिहार के लिए निकले थे। रास्ते में उनकी बस खराब हो गई। इससे कुछ मजदूर बस ठीक होने तक नीचे उतरकर सड़क पर सो गए। कुछ खड़े थे। तभी एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने बस को टक्कर मार दी। ट्रक ने सड़क पर लेटे और खड़े मजदूरों को भी कुचल दिया। लखनऊ जोन के एडीजी एसएन साबात ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया।

बस का एक्सल टूट गया था
हादसा बाराबंकी जिले के रामसनेहीघाट पर हुआ। घायलों ने बताया कि डबल डेकर बस में 150 यात्री बैठे थे। तभी बस का एक्सल टूट गया। ड्राइवर ने बस को लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर कल्याण नदी के पुल पर खड़ी कर दी। तभी रात करीब 11.30 बजे लखनऊ की ओर से आ रहे ट्रेलर ने बस को टक्कर दे मारी। हादसे में 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। बारिश के चलते रेस्क्यू में दिक्कत आई। यात्री बिहार के सीतामढ़ी, सुपौल आदि जिलों के रहने वाले थे।

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