बुलबुल चक्रवात में लापता हुए 5 मछुआरे नहीं मिले अब तक, नेवी के जवान कर रहे हैं तलाश

चक्रवात के कारण लापता पांच मछुआरों का पता नहीं चल पाया है।मछली पकड़ने वाले दोनों जहाज बुलबुल चक्रवात में फंसकर पश्चिम बंगाल में मौसुनी द्वीप के पास पलट गए थे। नौ लापता मछुआरों में से चार के शव सोमवार को मिल गये।

Asianet News Hindi | Published : Nov 14, 2019 2:04 AM IST

कोलकाता. भारतीय तटरक्षक और राष्ट्रीय आपदा राहत बल द्वारा की जा रही गहन तलाश के बावजूद चक्रवात के कारण लापता पांच मछुआरों का पता नहीं चल पाया है। तटरक्षक बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मछुआरों को ले जा रहे दो जहाज तीन दिन पहले देखे गए थे। अधिकारी ने कहा कि मछुआरों के बचने की संभावना नगण्य है। मछली पकड़ने वाले दोनों जहाज बुलबुल चक्रवात में फंसकर पश्चिम बंगाल में मौसुनी द्वीप के पास पलट गए थे। नौ लापता मछुआरों में से चार के शव सोमवार को मिल गये। हालाँकि बचे हुए पांच का पता नहीं चल पाया है और तटरक्षक के साथ एनडीआरएफ ने मंगलवार और बुधवार को उनकी खोज की। पश्चिम बंगाल तटरक्षक के कमांडर और उनके उप महानिरीक्षक एस आर दास ने कहा कि मछली पकड़ने वाले दोनों जहाज गहरे समुद्र में बुधवार को देखे गए थे और उन्हें उथले पानी में लाए जाने की कोशिश की जा रही है। दास ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दोनों डूबे जहाजों को उथले पानी में लाए जाने के बाद लापता मछुआरों की तलाश गुरुवार को भी जारी रहेगी।

चक्रवात के कारण पचास हजार करोड़ का नुकसान

उत्तर 24 परगना जिले के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि प्राकृतिक आपदा से नुकसान का आंकड़ा पचास हजार करोड़ रुपए तक जा सकता है। बनर्जी ने आपदा में मारे गए जिले के पांच लोगों के परिजनों को 2.4-2.4 लाख रुपये के चेक प्रदान किए। बुलबुल चक्रवात के कारण कम से कम पंद्रह लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल बर्बाद होने का संज्ञान लेते हुए बनर्जी ने कहा कि आपदा प्रभावित किसानों को राज्य सरकार सभी तरह की सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने यहां एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में कहा, “जो कुछ भी मैंने देखा है उससे मुझे लगता है कि चक्रवात ने अत्यधिक तबाही मचाई है। अत्यधिक से मेरा मतलब वास्तव में बहुत अधिक है...… कोलकाता और राज्य के अन्य स्थानों पर बैठे लोग तबाही का अंदाजा नहीं लगा पाएंगे। ... मुझे लगता है कि पचास हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।”

15 लाख हेक्टेयर खेतों को नुकसान

ममता ने कहा कि जिन्होंने अपना नाम राज्य सरकार की फसल बीमा योजना में दर्ज कराया है उनके नुकसान की सौ प्रतिशत भरपाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “कुल 15 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि बर्बाद हुई है। धान की पूरी फसल तबाह हो गयी है। मैं किसानों को सरकार की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन देती हूं। राज्य फसल बीमा नीति के अंतर्गत आने वाले सभी किसानों की सौ प्रतिशत भरपाई की जाएगी।” तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही प्रभावित किसानों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा करेगी। बनर्जी ने बैठक के दौरान बताया कि बुलबुल चक्रवात के कारण कम से कम नौ लोगों की जान गयी है।

सीएम ने की राहत देने की घोषणा 

मुख्यमंत्री के अनुसार इस चक्रवात से छह लाख लोग प्रभावित हुए और पांच लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि क्षतिग्रस्त हुए घरों की मरम्मत राज्य सरकार की ‘बंगलार बाड़ी’ योजना के अंतर्गत कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि चक्रवात से प्रभावित प्रत्येक परिवार को तूफान में भी जलने वाली लालटेन और पांच लीटर केरोसिन तेल उपलब्ध कराया जायेगा। बनर्जी ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है कि वह चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में बोर्ड की परीक्षा दे रहे स्कूली बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध कराए।

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