अदाणी एंटरप्राइजेज मामले (Adani Enterprises case) को लेकर वकील एमएल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका लगाई है। उन्होंने हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की जांच करने और उसके संस्थापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
नई दिल्ली। अदाणी एंटरप्राइजेज का मामला (Adani Enterprises case) सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शुक्रवार को एक याचिका लगाकर सुप्रीम कोर्ट से हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के संस्थापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका में अमेरिका के हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ जांच की मांग की गई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के चलते अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। वकील एमएल शर्मा ने कोर्ट में जनहित याचिका लगाई है। उन्होंने अपनी याचिका में हिंडनबर्ग रिसर्च और इसके संस्थापक नाथन एंडरसन के खिलाफ जांच की मांग की है। शर्मा ने एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई और अदाणी समूह की कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों के लिए मुआवजे की मांग की है।
अदाणी समूह की वित्तीय स्थिति का आकलन कर रही मूडीज
दूसरी ओर मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को कहा कि वह हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट जारी होने के बाद स्टॉक मूल्य में उल्लेखनीय और तेजी से गिरावट को देखते हुए अदाणी समूह की फर्मों की वित्तीय स्थिति का आकलन कर रही है। मूडीज ने कहा कि इन प्रतिकूल घटनाओं से अगले 1-2 साल में पूंजी जुटाने की समूह की क्षमता कम होने की संभावना है।
फिच रेटिंग्स ने कहा- अदाणी की कंपनियों की रेटिंग पर नहीं पड़ा है तत्काल प्रभाव
फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि अदाणी समूह पर कदाचार का आरोप लगाने वाली रिपोर्ट के बाद अदाणी की कंपनियों और उनकी प्रतिभूतियों की रेटिंग पर कोई तत्काल प्रभाव नहीं पड़ा है। फिच रेटिंग्स ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अदाणी समूह के पूर्वानुमानित नकदी प्रवाह में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
अदाणी एंटरप्राइजेज को डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटाया जाएगा
S&P डाउ जोंस ने कहा है कि 7 फरवरी से वह अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप फर्म अदाणी एंटरप्राइजेज को सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटा देगा। स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने अदाणी समूह की तीन कंपनियों - अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन और अंबुजा सीमेंट्स को अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपाय के तहत रखा गया है।
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क्या है मामला?
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह की कंपनियों पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अदाणी ग्रुप को कई लाख करोड़ का नुकसान हुआ है। पिछले 6 दिनों में अदाणी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 108 बिलियन डॉलर तक कम हुआ है। अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को कट-पेस्ट बताया है और 88 में से 68 सवालों को फर्जी बताया है।
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