कई बार आप जिसके साथ रहते हैं, उसके स्किल या दूसरे स्वरूप के बारे में आप नहीं जानते. अचानक से उस बारे में पता चलता है तो आश्चर्य और खुशी का ठिकाना नहीं रहता. तमिलनाडु के सांसद दयानिधि मारन के साथ भी दिल्ली-चेन्नई विमान यात्रा के दौरान ऐसी ही घटना घटी कि वह हैरान रह गए. दो घंटे पहले तक सांसद के रूप में जो साथी मीटिंग में उनके साथ बहस कर रहा था, अचानक से वह विमान में ऐसे रूप में दिखा जो उनके लिए यादगार बन गया.
नई दिल्ली। एक सांसद के रूप में पब्लिक इंटरेस्ट संबंधित मीटिंग्स को अटेंड करना और फिर विशुद्ध प्रोफेशनल के रूप में समय से एक कमर्शियल फ्लाइट को डेस्टिनेशन तक पहुंचाने वाला मल्टीटॉस्किंग वाले नेता बहुत कम ही हैं। तमिलनाडु के लोकसभा सांसद दयानिधि मारन जब एक ऐसे ही नेता से रूबरू हुए तो वह हैरान रह गए। वह फ्लाइट उनके लिए यादगार बन गई और उस पल को सबसे साझा करने से वह नहीं रोक सके।
वह यादगार फ्लाइट...
दयानिधि मारन ने बताया कि मंगलवार को वह दिल्ली में पार्लियामेंट्री एस्टीमेट्स कमेटी की मीटिंग अटेंड कर दिल्ली टू चेन्नई फ्लाइट लिए। इंडिगो एयरलाइन्स की इस फ्लाइट में मुझे अगली पंक्ति में सीट मिली।
मैं समय से अपनी सीट पर पहुंच गया। क्रू ने अनांउस किया कि बोर्डिंग कंप्लीट हो गई है। उसी वक्त मॉस्क पहने पायलट की ड्रेस में एक व्यक्ति उनके सामने आकर पूछा, तो आप भी इसी फ्लाइट से चल रहे?
मैं हैरान रह गया। आखिर कौन व्यक्ति है जिसे मैं पहचान नहीं रहा और वह मुझे पहचान रहा। मैंने मास्क के पीछे उस चेहरे को पहचानने की कोशिश में रहते हुए, सिर हिलाकर ‘हां’ में जवाब दे दिया। चेहरा तो नहीं पहचान पा रहा था लेकिन आवाज कुछ जानी पहचानी लग रही थी। पायलट की ड्रेस में खड़ा वह व्यक्ति मेरी असमंजस को चुका था। मास्क से ढके चेहरे का अधिकांश भाग की वजह से उनकी पहचान भले ही नहीं हो पा रही थी लेकिन मंद-मंद मुस्कुराती उनकी आंखें मुझे साफ दिख रही थी।
‘आप मुझे नहीं पहचाने?’ यह आवाज मेरे कानों में गूंजी तो मेरे दिमाग तत्काल यह समझ गया कि अरे यह तो मेरे मित्र राजीव प्रताप रूडी हैं। लोकसभा के सीनियर मेंबर...मेरे बहुत अच्छे दोस्त पूर्व केंद्रीय मंत्री...
अभी दो घंटे पहले ही तो हम और वह एस्टीमेट कमेटी में काफी देर तक डिस्कशन कर रहे थे। मेरी आंखों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि अभी थोड़ी देर पहले तक एक राजनेता, कुछ ही देर में पायलट के रूप में ड्यूटी पर।
मैंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं विश्वास ही नहीं कर पा रहा हूं कि आप इस फ्लाइट को ले जाने वाले कैप्टन हैं।’ उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया कि हां, मैं समझ गया था कि आप मुझे नहीं पहचान सके हैं। फिर मैंने कहा कि यह मेरे लिए बेहद ही सम्मान की बात है कि मेरा साथी सांसद, इस फ्लाइट का कैप्टन है और वह दिल्ली से चेन्नई मुझे पहुंचा रहा है।
दयानिधि मारन ने उस यादगार खुशी के पल को जाहिर करते हुए राजीव प्रताप रूडी को धन्यवाद दिया है। बकौल मारन, ‘वह फ्लाइट वास्तव में बहुत यादगार रही। एक साथी सांसद जो सदन में मेरे साथ बैठता है, वह एक कमर्शियल फ्लाइट के कैप्टन की भूमिका में आपकी उड़ान को संचालित कर रहा हो। वह पल मेरे जेहन में लंबे समय तक याद रहेंगे। थैंक यू, कैप्टन राजीव प्रताप रूडी...दिल्ली से चेन्नई तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए।’
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