अग्निपथ योजना को लेकर भारतीय वायु सेना ने डिटेल्स जारी कर दी है। इसके तहत 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी ज्वॉइन कर लेगा, जबकि दूसरा बैच फरवरी, 2023 में ज्वॉइन करेगा। साथ ही सेना ने यह भी बताया कि अग्निपथ स्कीम वापस नहीं होगी।
Agnipath Scheme: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर बिहार समेत कई राज्यों में युवाओं द्वारा किए जा रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच भारतीय वायु सेना ने 'अग्निपथ' योजना ('Agnipath' Scheme) की डिटेल्स जारी कर दी है। इसके तहत बताया गया है कि 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी ज्वॉइन कर लेगा, जबकि दूसरा बैच फरवरी, 2023 में ज्वॉइन करेगा। भारतीय वायु सेना (IAF) में अग्निवीरों की भर्ती 24 जून से शुरू होगी, जबकि 25 जून से नौसेना और 1 जुलाई से आर्मी में अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं 30 दिसंबर से शुरू पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू कर दी जाएगी। अग्निपथ योजना से जुड़े कुछ सवाल हैं, जिन्हें हर एक युवा को जानना बेहद जरूरी है।
1- क्या अग्निपथ स्कीम वापस होगी?
जवाब - 19 जून को तीनों सेनाओं की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें सेना ने अग्निपथ स्कीम के बारे में साफ कर दिया कि इसे वापस नहीं लिया जाएगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, भारतीय नौसेना के प्रमुख वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, भारतीय सेना के एडजुटेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा और भारतीय वायु सेना के कार्मिक प्रभारी एयर मार्शल सूरज झा भी मौजूद थे।
2- क्या उपद्रवी और FIR दर्ज हो चुके युवा बन पाएंगे अग्निवीर?
जवाब - नहीं। सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया कि जिन अभ्यर्थियों पर FIR दर्ज होगी, वो अग्निवीर नहीं बन पाएंगे। आवेदन के वक्त अभ्यर्थियों को बताना होगा कि वे अग्निपथ योजना के विरोध के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ करने वालों में शामिल थे या नहीं। अग्निवीर बनने वाला एक एफिडेविट देगा, कि उसने कोई प्रदर्शन नहीं किया है औ ना ही किसी तोड़फोड़ में शामिल था। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई सेना में शामिल भर्ती नहीं होगा।
3- चार साल से पहले सेना छोड़ सकते हैं या नहीं?
जवाब- नहीं। सेना में भर्ती होने वाले अग्निवीर बीच में अपनी मर्जी से नौकरी नहीं छोड़ सकते हैं। उन्हें अपना कार्यकाल पूरा करना होगा। केवल कुछ परिस्थितियों में ही कोई अग्निवीर 4 साल से पहले सेना छोड़ सकता है। इसके लिए भी उसे अपने ऑफिसर से परमिशन लेनी पड़ेगी। बीच में नौकरी छोड़ने पर अग्निवीर को सेवा निधि का वो हिस्सा तो मिलेगा, जिसमें उसका योगदान है, लेकिन सरकारी अंशदान वाला पैसा नहीं मिलेगा।
4- कौन कर सकता है आवेदन?
जवाब- 10वीं और 12वीं क्लास पास कर चुके युवा अग्निवीर के लिए आवेदन कर सकते हैं। इनकी उम्र 17.5 साल से 23 साल के बीच होनी चाहिए। जो युवा 10वीं क्लास के बाद ही अग्निवीर बन जाएंगे, उन्हें सेना की ओर से 12वीं क्लास का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
5- अग्निवीरों का कितना होगा वेतन?
अग्निवीरों को पहले साल 30 हजार रुपए, दूसरे साल 33 हजार रुपए, तीसरे साल 36,500 रुपए और चौथे साल 40 हजार रुपए कुल सैलरी होगी। इस सैलरी का 30% हर महीने कटकर कॉर्पस फंड में जमा होगा। जबकि इतना ही पैसा सरकार की तरफ से मिलाया जाएगा। इस तरह 4 साल में कुछ सेवानिधि फंड 10.04 लाख रुपए हो जाएगा, जिसे ब्याज समेत अग्निवीर को दिया जाएगा।
6- क्या इंश्योरेंस और बाकी सुविधाएं मिलेंगी?
जवाब- हां। अग्निवीर को नौकरी के दौरान मेडिकल और कैंटीन सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा 48 लाख का इंश्योरेंस कवर होगा। अगर सेवा के दौरान किसी अग्निवीर का निधन हो जाता है तो उसके परिवार वालों को ये 48 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा अग्निवीर को 44 लाख रुपए की एकमुश्त राशि भी दी जाएगी। 4 साल की नौकरी के दौरान बचे हुए दिनों का वेतन भी दिया जाएगा। इसके साथ ही सेवानिधि फंड में जमा हुई राशि भी मिलेगी।
ये भी देखें :
18 साल से कम उम्र वाले अग्निवीरों को लेनी होगी मां-बाप की परमिशन, जरूरत पड़ने पर कहीं भी होगी तैनाती