सार

अग्निवीरों की भर्ती के लिए इंडियन एयरफोर्स ने गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अग्निवीरों को अपनी चार साल की नौकरी पूरी करनी होगी। इससे पहले वो इसे नहीं छोड़ सकेंगे। अगर वो बीच में नौकरी छोड़ना चाहते हैं तो उन्हें बड़े ऑफिसर से अनुमति लेनी होगी।

Agnipath Yojna Guidelines: अग्निपथ योजना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए इंडियन एयरफोर्स ने गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अग्निवीरों को अपनी चार साल की नौकरी पूरी करनी होगी। इससे पहले वो इसे नहीं छोड़ सकेंगे। अगर वो नौकरी छोड़ना चाहते हैं तो उन्हें बड़े ऑफिसर से परमिशन लेनी होगी। बता दें कि इस दौरान अग्निवीरों को वायुसेना की ओर से कई तरह की सुविधाएं दी जाएंगी। 

1- 18 साल से कम उम्र की आयु वाले अभ्यर्थियों को अपने माता-पिता या फिर अभिभावक की अनुमति लेनी होगी। जॉब पूरी होने के बाद इंडियन एयरफोर्स इन्हें अग्नवीर का प्रमाण-पत्र देगी। 
2- जरूरत पड़ने पर अग्निवीरों को किसी भी तरह की ड्यूटी पर कहीं भी भेजा जा सकता है। अग्निवीरों का एक ड्रेस कोड होगा और उन्हें उसी वर्दी में ड्यूटी करनी पड़ेगी। 
3- ड्यूटी के दौरान एयरफोर्स द्वारा सभी अग्न्निवीरों को मेडिकल और कैंटीन सुविधाएं दी जाएंगी। इसके अलावा परफॉर्मेंस के आधार पर ही उन्हें कैडर मिलेगा। 
4- वायुसेना के मुताबिक, अग्निवीर सम्मान और अवॉर्ड पाने के अधिकारी भी होंगे। अग्निवीरों को वायुसेना की गाइडलाइंस के मुताबिक ही ऑनर्स और अवॉर्ड्स दिए जाएंगे। 
5- चार साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में लिया जाएगा। इन 25 फीसदी अग्निवीरों की नियुक्ति सेवा काल में उनके सर्विस के परफॉर्मेंस के आधार पर ही की जाएगी।
6- अग्निवीरों का 48 लाख रुपए का बीमा कराया जाएगा, जो उनकी सर्विस के दौरान एक्टिव रहेगा। ड्यूटी के दौरान अगर अग्निवीर का निधन हो जाता है तो उन्हें बीमा की रकम मिलेगी। इसके अलावा बची हुई सर्विस का पूरा वेतन भी उसके परिवार को दिया जाएगा। 
7- इसके अलावा अग्निवीर के सेवानिधि फंड में जितने पैसे जमा हुए होंगे, उसमें सरकार द्वारा मिलाई गई राशि को जोड़कर उस पर ब्याज के साथ दिया जाएगा। 
8- ड्यूटी के दौरान अगर कोई अग्निवीर दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपए मिलेंगे। साथ ही जितनी सर्विस बची है, उसकी पूरी नौकरी भी मिलेगी। 

क्या है अग्निपथ स्कीम?
अग्निपथ एक ऐसी योजना है, जिसके तहत सेना की तीनों विंग नौसेना, वायुसेना और थलसेना में चार साल की अवधि के लिए अग्निवीर के रूप में युवाओं को भर्ती किया जाएगा। चार साल की अवधि पूरी होने के बाद ये अग्निवीर अन्य क्षेत्रों में रोजगार पाने और अपनी पसंद के पेशे में करियर बना सकते हैं। साल भर में भर्ती होने वाले कुल अग्निवीरों में से 25% को तीनों सेनोओं में नियमित होने का अवसर मिलेगा। 

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