Ahmedabad Plane Crash: एअर इंडिया प्लेन क्रैश में बाल-बाल बचे विश्वास कुमार, कौन सी थी वो लकी और सेफ सीट

Published : Jun 13, 2025, 12:00 PM IST
Air India plane crash in Ahmedabad

सार

Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया विमान हादसे ने सभी को हिला कर रख दिया। गुरुवार को हुए इस दर्दनाक हादसे में कई लोगों की जान चली गई। लेकिन विश्वास कुमार नाम के यात्री सीट नंबर 11A पर बैठे थे और इस भीषण हादसे में बच गए।

Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। गुरुवार को हुए इस भीषण हादसे में हर तरफ चीख-पुकार, धुआं और तबाही का मंजर था। कई लोगों ने अपने परिवार और अपनों को इस हादसे में हमेशा के लिए खो दिया। लेकिन इसी तबाही के बीच एक नाम सामने आया विश्वास कुमार का नाम सामने आया है। कहते हैं, "जाको राखे साइयां, मार सके न कोय" और यही हुआ विश्वास के साथ। वे विमान में सीट नंबर 11A पर बैठे थे और चमत्कारिक रूप से इस हादसे में बच गए। उन्हें सिर्फ मामूली चोटें आईं जबकि बाकी यात्री इस भयानक हादसे का शिकार हो गए।

क्यों सुरक्षित है ये सीट?

विमान हादसों में कुछ सीटें दूसरी सीटों के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं। विश्वास कुमार रमेश की जान बचने की एक बड़ी वजह उनकी सीट 11A भी हो सकती है। यह सीट विमान के आगे के हिस्से की तुलना में थोड़ा पीछे और बाईं ओर की विंडो सीट थी। जब कोई विमान टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश करता है, तो सबसे ज्यादा नुकसान आगे के हिस्से और बीच में होता है। जिस सीट पर विश्वास बैठे थे वह इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। हादसे के बादनह तेजी से बाहर निकल आए होंगे जिससे उनकी जान बच गई होगी।

यह भी पढ़ें: Ahmedabad Plane Crash: सिविल अस्पताल में घायलों से PM मोदी ने की मुलाकात, हादसे में 265 लोगों की गई है जान

इमरजेंसी एग्जिट के पास होती है सीट

विमान हादसों में कुछ सीटें बाकी सीटों के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं। विश्वास कुमार रमेश की जान बचने की एक अहम वजह उनकी सीट 11A मानी जा रही है। यह सीट विमान के आगे के हिस्से से थोड़ा पीछे, बाईं ओर खिड़की के पास थी। विश्वास जिस सीट पर बैठे थे वह इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। हादसे के तुरंत बाद वे जल्दी से बाहर निकल पाए, जिससे उनकी जान बच गई। कहा जा सकता है कि सीट की सही लोकेशन और वक्त पर बाहर निकलने का मौका उनके लिए जीवनरक्षक साबित हुआ।

 

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

वंदे मातरम से क्यों डरते थे अंग्रेज, कांग्रेस ने कहां की गलती? PM मोदी ने संसद में बताया इतिहास
वंदे मातरम: हिंदी या बंगाली में नहीं इस भाषा में लिखा गया था राष्ट्रीय गीत, कम लोग जानते हैं सच