अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। उन्होंने कहा है कि एयर इंडिया और बोइंग के बीच हुई डील (Air India-Boeing deal) से अमेरिका के 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
वाशिंगटन। टाटा समूह की स्वामित्व वाली एयरलाइंस एयर इंडिया ने विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग से 220 विमान खरीदने का सौदा किया है। यह सौदा करीब 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है। इससे अमेरिका में 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में बात की है।
जो बाइडेन ने नरेंद्र मोदी से कहा कि एयरइंडिया-बोइंग डील से अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस डील से भारत और अमेरिका के संबंध और गहरे हुए हैं। दरअसल, मंगलवार को एयरइंडिया और बोइंग के बीच हुए समझौते का ऐलान किया गया था। इसके अनुसार एयरइंडिया बोइंग से 190 B737 MAX, 20 B787 और 10 B777X विमान खरिदेगी। कुल 220 विमान खरीदे जाएंगे। इनकी कीमत करीब 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर होगी।
बोइंग ने 50 और विमानों का दिया है ऑफर
सौदे के अलावा बोइंग ने एयर इंडिया को अतिरिक्त 50 बोइंग 737 मैक्स और 20 बोइंग 787 खरीदने का ऑफर दिया है। इन विमानों की भी खरीद होती है तो कुल विमान 290 हो जाएंगे और उनकी कीमत 45.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगी।
बोइंग का तीसरा सबसे बड़ा सौदा है यह
सौदे पर पीएम मोदी के साथ चर्चा के दौरान बाइडेन ने कहा कि वह भारत और अमेरिका के संबंध को और गहरा करने उत्सुक हैं। इस सौदे से अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से अधिक लोगों को नौकरियां मिलेंगी। दरअसल, एयर इंडिया द्वारा दिया गया ऑर्डर कुल कीमत के मामले में बोइंग का तीसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है। वहीं, विमानों की संख्या के मामले में यह दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है।
भारत और अमेरिका बढ़ा रहे रक्षा संबंध
बातचीत के दौरान बाइडेन और मोदी ने अमेरिका-भारत के संबंधों को और मजबूत करने पर बल दिया। दोनों नेताओं ने क्वाड जैसे समूहों के माध्यम से एक-दूसरे का सहयोग करने और इसके विस्तार पर चर्चा की। विमानों की खरीद के सौदे की घोषणा पिछले महीने क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) पर यूएस-इंडिया पहल के उद्घाटन के बाद की गई है।
यह भी पढ़ें- एयर इंडिया ने की दुनिया की सबसे बड़ी एविएशन डील, इसके बारे में वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं
आईसीईटी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर लॉन्च किया गया है। इस संबंध में मई 2022 में टोक्यो में बैठक हुई थी। बैठक में भारत और अमेरिका की सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच स्ट्रेटेजिक टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप और रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने की घोषणा की गई थी।
यह भी पढ़ें- Aero India 2023: अमेरिकी फाइटर प्लेन F-35 ने भारत में दिखाया पहली बार दम, देखें खास तस्वीरें