अमित शाह बोले- कांग्रेस पार्टी सालों तक असम को रक्त रंजित करती रही, अलग अलग आंदोलन कराती रही

असम में इस साल विधानसभा चुनाव हैं। इससे पहले भाजपा के नेताओं की राज्य में आवाजाही बढ़ गई है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां 1.06 लाख भूमिहीन लोगों को जमीन का पट्टा दिया था। अब गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर असम पहुंचे। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 24, 2021 7:00 AM IST / Updated: Jan 24 2021, 02:21 PM IST

गुवाहाटी. असम में इस साल विधानसभा चुनाव हैं। इससे पहले भाजपा के नेताओं की राज्य में आवाजाही बढ़ गई है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां 1.06 लाख भूमिहीन लोगों को जमीन का पट्टा दिया था। अब गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर असम पहुंचे। 

यहां रविवार को अमित शाह बोडोलैंड टेरिटोरियल रिजन समझौते के एक साल के जश्न में शामिल हुए। इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा, कांग्रेस पार्टी सालों तक असम को रक्त रंजित करती रही। अलग-अलग आंदोलन कराती रही। पिछले 5 साल में असम में जो विकास हुआ है, वो पिछले 70 साल में नहीं हुआ। उन्होंने कहा, असमी-गैरअसमी, बोडो-गैर बोडो करने वालों को पहचानिए। ये लोग ऐसी बाते राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए कर रहे हैं।

'घुसपैठिए मुक्त असम बनाने के लिए भाजपा को वोट दें'
शाह ने कहा, भ्रष्टाचार मुक्त, घुसपैठिए मुक्त, आतंकवाद से मुक्त और प्रदूषण से मुक्त असम अगर बनाना है तो मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा ही बना सकती है। आने वाले चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ असम में एनडीए की सरकार बनाइए और बोडो लैंड के विकास को सुनिश्चित करिए।

शाह ने कहा, बोडो भाषा को सम्मान देने का हमने वादा किया था। असम सरकार ने असम की सह राज्य भाषा का दर्जा बोडो भाषा को देकर आज सालों पुरानी मांग समाप्त कर दिया है। मुझे ये घोषणा करते हुए बहुत आनंद हो रहा है कि 500 करोड़ रुपए सिर्फ बोडो क्षेत्र के रोड नेटवर्क के लिए आवंटित किए गए हैं। ये रोड़ का जाल समस्त बोडो क्षेत्र को विकास के रास्ते पर ले जाएगा।

जो किया भाजपा सरकार ने किया- शाह
गृह मंत्री ने कहा, जो कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकाल में शांति, विकास नहीं ला सकी, वो आज हमें सलाह दे रहे हैं। इसने सालों तक असम रक्त-रंजित रहा, बोडो क्षेत्र रक्त-रंजित रहा, क्या किया आपने? जो भी किया भाजपा सरकार ने किया।

उन्होंने कहा, बोडो शांति समझौते के बाद ब्रू-रियांग समझौते का प्रयास किया गया। 8 अलग-अलग हत्यारे ग्रुपों ने हथियार डालकर शांति का रास्ता चुना। ये सारी प्रक्रिया विकास के रास्ते में हमें ले जाने वाली है। आत्मसमर्थन करने वाले सभी शरणार्थियों को 4 लाख रुपये की जो आर्थिक सहायता देनी थी उसकी भी आज चेक के माध्यम से आपके सामने देने की शुरुआत भाजपा सरकार ने की है।

ये ऐतिहासिक रैली
शाह ने कहा, आज इस ऐतिहासिक रैली में पूरे देश को कहना चाहता हूं कि मेरे राजनीतिक जीवन में मैंने बहुत रैलियां देखी, मगर आज इस रैली को संबोधित करते हुए मेरे मन को अपार शांति का अनुभव हो रहा है। आज से ठीक एक साल पहले देश के प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में बोडो शांति समझौता हुआ और बोडो शांति समझौते के साथ प्रधानमंत्री जी ने संदेश दिया कि उत्तर पूर्व में जहां-जहां अशांति है, वहां बातचीत कीजिए और शांति का मार्ग प्रशस्त कीजिए।

उन्होंने कहा, सालों से चली आई समस्या ने 5,000 से ज्यादा लोगों की जान ली, वो मोदी जी के दृढ़ निश्चय, मार्गदर्शन और हमारे प्रमोद जी के इनिशिएटिव के कारण आज ये समस्या शांत हो गई है और आने वाले अनेक वर्षों तक हमारा बोडो क्षेत्र विकास के रास्ते पर आगे चल पड़ेगा।

आयुष्मान सीएपीएफ' योजना की शुरुआत की
अमित शाह का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। वे यहां शनिवार को पहुंचे थे। उन्होंने यहां आयुष्मान सीएपीएफ' योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत भारत के सभी सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों को केन्द्रीय स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल सकेगा। 

इन दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे शाह
अमित शाह रविवार को दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वे कोकराझार में पहले बोडोलैंड टेरिटोरियल रिजन समझौते के जश्न में शामिल होंगे। इसके बाद वे नलबारी जिले में विजय संकल्प समारोह में शामिल होंगे। 
 
जनवरी के आखिर में बंगाल दौरे पर जाएंगे अमित शाह
अमित शाह इस माह के अंत में बंगाल का दौरा करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वे इस दौरान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से मिल सकते हैं। सौरव गांगुली एंजियोप्लास्टी के बाद घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। लंबे वक्त से सौरव गांगुली के भाजपा में शामिल होने की चर्चा है। ऐसे में एक बार फिर इन चर्चाओं को बल मिलने लगा है। 

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