दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने एनसीईएल का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर का अनावरण किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने एनसीईएल के सदस्यों को मेंबरशिप सर्टिफिकेट भी वितरित किया।
Amit Shah launch NCEL: सहकारी क्षेत्र में एक्सपोर्ट के प्रमुख संगठन नेशनल कोऑपरेटिव फॉर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड का शुभारंभ सोमवार को केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया। एनसीईएल, भारत में सहकारिता सेक्टर में एक्सपोर्ट का एक वेंचर है। दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने एनसीईएल का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर का अनावरण किया। केंद्रीय गृह मंत्री ने नेशनल कोऑपरेटिव फॉर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एनसीईएल) के सदस्यों को मेंबरशिप सर्टिफिकेट भी वितरित किया।
25 जनवरी को हुआ था रजिस्ट्रेशन
कोऑपरेटिव सेक्टर में एक्सपोर्ट वेंचर के लिए एनसीईएल की स्थापना के लिए इसी साल 2023 के 25 जनवरी को रजिस्ट्रेशन कराया गया था। नेशनल कोऑपरेटिव फॉर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एनसीईएल) का रजिस्ट्रेशन मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी एक्ट 2002 के तहत पंजीकृत किया गया था।
शाह बोले- एनसीईएल बनेगा किसानों की आवाज
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लांचिंग समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीईएल किसानों की आवाज बनेगा और सहकारिता सेक्टर को सुविधाजनक बनाएगा। शाह ने बताया कि इसके लिए अस्थायी ऑफिस चालू कर दिया गया है। एनसीईएल में रिक्रूटमेंट भी शुरू कर दिया गया है। एक्सपोर्ट के लिए 7 हजार करोड़ रुपये अप्रूव कर दिया गया है जबकि 15 हजार करोड़ रुपये के लिए निगोशिएशन चल रही है। शाह ने विश्वास जताया कि एनसीईएल इफको और अमूल जैसी सहकारी सफलता की कहानियों में शामिल हो जाएगा।
शाह ने कहा कि हम चाहते हैं कि यह क्षेत्र एक्सपोर्ट लिमिटेड के साथ एकजुट हो और किसानों की आवाज बने। उन्होंने कहा कि फूड प्रोडक्शन का 30 प्रतिशत सहकारी क्षेत्र में किया जाता है, चीनी उत्पादन का 30 प्रतिशत सहकारी समितियों द्वारा किया जाता है। लगभग 19 प्रतिशत दूध उत्पादन सहकारी समितियों द्वारा किया जाता है।
सहकारिता मंत्रालय के लिए अन्य मंत्रालय भी सहयोग करेंगे
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि एनसीईएल अन्य संभावनाओं के साथ अपनी यात्रा शुरू कर रहा है। वाणिज्य विभाग हर संभव सहयोग करेगा। ट्रेड और सहकारी मंत्रालय दोनों इस सहयोग से आगे बढ़ेंगे। विदेश मंत्रालय भी इसमें शामिल है। एक तरह से संपूर्ण सरकार इसे सफल बनाने की कोशिश कर रही है इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि यह आगे बढ़ेगा। सहकारिता क्षेत्र अब मुख्य शक्ति बनेगी। इससे सहकारी क्षेत्र को बढ़ावा मिलने के साथ भारत के निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे खेतों, कार्यस्थलों से लोग देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कोऑपरेटिव देश की शक्ति बनेगी।
यह भी पढ़ें:
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का 77 साल की उम्र में निधन