
चेन्नई। एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन 2023 (APJ Abdul Kalam Satellite Launch Vehicle Mission 2023) के हिस्से के रूप में रविवार को एक रॉकेट लॉन्च किया गया। इसकी मदद से कई राज्यों के छात्रों द्वारा बनाए गए उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत तेलंगाना के राज्यपाल तमिलसाई सौंदरराजन ने तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के पट्टीपोलम गांव में की। रॉकेट लॉन्च का आयोजन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन ने मार्टिन फाउंडेशन और स्पेस जोन ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर किया।
5,000 से अधिक छात्र थे परियोजना में शामिल
इस परियोजना में देश भर के 5,000 से अधिक छात्रों द्वारा 150 पीआईसीओ उपग्रहों को डिजाइन और विकसित किया गया था। इस रॉकेट परियोजना में 100 से अधिक सरकारी स्कूलों के 2,000 छात्र शामिल थे। प्रोजेक्ट के लिए चुने गए छात्रों को सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के बारे में वर्जुअल मोड में पढ़ाया गया। इसके साथ ही कई प्रैक्टिकल सेशन भी आयोजित किए गए ताकि छात्र सीख सकें कि उपग्रह कैसे बनाए जाते हैं। छात्रों को स्पेस इंडस्ट्री के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि इस क्षेत्र में करियर की कितनी अच्छी संभावना है।
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पट्टीपोलम गांव से लॉन्च किया गया रॉकेट
गौरतलब है कि एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन 2023 सरकारी स्कूल के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में जानने का शानदार देने के लिए तैयार किया गया है। इससे छात्रों में स्पेस सेक्टर के प्रति रुचि जगेगी और वे इस क्षेत्र में करियर बनाने पर ध्यान देंगे। मार्टिन फाउंडेशन इस प्रोजेक्ट के लिए 85 फीसदी फंडिंग करता है। रॉकेट को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के पट्टीपोलम गांव से लॉन्च किया गया।
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