नवाब मलिक ने दावा किया कि मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े की मुलाकात 7 अक्टूबर को ओशिवारा कब्रिस्तान के बाहर हुई थी।
मुंबई। आर्यन ड्रग केस (Aryan Khan Drug Case) में एनसीबी (NCB) के अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) सहित पूरे डिपार्टमेंट पर सवाल उठने शुरू हैं। एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik)ने एक बार फिर हमला बोलते हुए कहा कि एनसीबी की चांडाल चौकड़ी जबतक नहीं हटाई जाएगी तबतक वसूली का खेल चलता रहेगा। मलिक ने दावा किया कि भाजयुमो का पूर्व अध्यक्ष मोहित कंबोज (Mohit Kamboj) वसूली कांड का मास्टरमाइंड है और एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े (sameer Wankhede)का पार्टनर है।
7 अक्टूबर को मोहित और समीर मिले थे
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवाब मलिक ने दावा किया कि मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े की मुलाकात 7 अक्टूबर को ओशिवारा कब्रिस्तान के बाहर हुई थी। इस मुलाकात के बाद वानखेड़े घबरा गए और पुलिस से शिकायत की कि उनका पीछा किया जा रहा है। मगर वे भाग्यशाली थे कि पास का सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था और हमें फीड नहीं मिली।
आर्यन ने नहीं खरीदे थे टिकट
नवाब मलिक ने दावा किया कि आर्यन खान ने क्रूज पार्टी का टिकट नहीं खरीदा। प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला ही आर्यन को वहां लेकर गए थे। यह पूरी तरह से अपहरण और फिरौती का मामला है। मोहित कंबोज फिरौती मांगने में समीर वानखेड़े का पार्टनर है और मास्टरमाइंड है। उन्होंने कहा कि आर्यन खान को किडनैप किया गया और फिरौती मांगी गई और फिर एक सेल्फी से पूरा खेल बिगड़ गया।
भाजपा क्यों कर रही कंबोज का बचाव?
महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि उनकी लड़ाई न तो एनसीबी से है और न ही भाजपा से है। कंबोज फ्रॉड है। कहा जा रहा है कि कंबोज डेढ़ साल से पार्टी में नहीं है तो ऐसे लोगों को बीजेपी का बचाव नहीं करना चाहिए।
चांडाल चौकड़ी को हटाया जाए
नवाब मलिक ने एनसीबी के चार अफसरों को चांडाल चौकड़ी बताया है। मलिक ने बताया एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े, आशीष रंजन, वीवी सिंह और एनसीबी अधिकारी के ड्राइवर माने एक रैकेट की तरह काम कर रहे हैं। एनसीबी चारों को हटाए। उन्होंने सुनील पाटिल और एनसीपी के बीच रिश्ते के आरोपों को खारिज किया है। नवाब मलिक ने कहा कि पाटिल का एनसीपी के साथ कोई संबंध नहीं है और न ही वह कभी मिले हैं।
क्यों मालिक को अरेस्ट नहीं किया क्योंकि वह वानखेड़े का मित्र है?
राकांपा नेता नवाब मलिक ने कहा कि मामले में एक पेपर रोल जो फैशन टीवी का ब्रांड था, जब्त कर लिया गया था। कहा जा रहा है कि उस रोल के माध्यम से दवा का सेवन किया जाता है। इस ब्रांड के मालिक काशिफ खान हैं। वह वानखेड़े के साथी हैं और पार्टी में मौजूद थे। नवाब मलिक ने सवाल किया कि मालिक को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
काशिफ खान कर रहा था साजिश, राज्य को बनाना चाहते थे उड़ता महाराष्ट्र
नवाब मलिक ने कहा कि काशिफ खान ने हमारे मंत्री असलम शेख को पार्टी में आने के लिए मजबूर किया और हमारी सरकार के विभिन्न मंत्रियों के बच्चों को पार्टी में लाने की योजना भी बना रहे थे। असलम शेख गए होते तो उड़ता पंजाब के बाद उड़ता महाराष्ट्र होता। मलिक ने कहा कि विजय पगारे ने मुझे बताया, वे पिछले 7 महीने से ललित होटल में रह रहे थे। मनीष और विलास भानुशाली, सैम डिसूजा वहां आते थे। वहां लड़कियां भी आती थीं, वहां नशा करता था और वहां पैसे का लेन-देन भी होता था।
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