बैन पर एशियानेट न्यूज का बयान, देश और समाज को सच्चाई दिखाने की नई प्रतिबद्धता

एशियानेट न्यूज पिछले 25 सालों से लगातार उच्चतम दर्जे की पत्रकारिता करता रहा है। शुक्रवार को दुर्भाग्यवश सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पहली बार हमारे चैनल को बैन कर दिया और हमें हमारे कर्तव्यों का निर्वहन करने से वंचित कर दिया गया। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 7, 2020 5:58 PM IST / Updated: Mar 07 2020, 11:31 PM IST

एशियानेट न्यूज पिछले 25 सालों से लगातार उच्चतम दर्जे की पत्रकारिता करता रहा है। शुक्रवार को दुर्भाग्यवश सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पहली बार हमारे चैनल को बैन कर दिया और हमें हमारे कर्तव्यों का निर्वहन करने से वंचित कर दिया गया। देश के आम नागरिक की तरह ही हम भी देश के संविधान का पालन करने के लिए संकल्पित हैं। हमने कभी भी संविधान के खिलाफ जाने की कोशिश नहीं की, पर जाने अनजाने में यदि हमने कोई भी ऐसा काम किया है तो हमें अपनी गलती सुधारने और माफी मांगने में कोई हिचक नहीं है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में हम अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को भली भांति समझते हैं। 

हमारा लोकतंत्र भारत में हर इकाई को सुनिश्चित करता है जिसमें मीडिया को भी कानून के तहत दोषी ठहराए जाने से पहले अपनी गलती सुधारने का मौका दिया जाता है, पर दुर्भाग्यवश हमें यह मौका नहीं दिया गया और 48 घंटे के लिए हमारे चैनल को बैन कर दिया गया। किसी भी उचित प्रक्रिया का अनुसरण किए बगैर लगाया गया बैन जबरदस्ती और पक्षपात की धारणा की पुष्टि करता है। 

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पिछले 25 सालों में हमारे दर्शकों द्वारा दिखाया गया विश्वास ही हमारी ताकत है, जिसकी बदौलत एशियानेट न्यूज और एशियानेट सुवर्णा न्यूज ने अपने 25 साल पूरे कर लिए हैं। सीधा, साहसिक और अनवरत, यह सिर्फ हमारा नारा ही नहीं है। यह हमारी पत्रकारिता की आत्मा है, जिसका हम रोजाना अपने काम के दौरान अनुसरण करते हैं। हम अपने दर्शकों और पाठकों से यह वादा करते हैं कि हम घटनास्थल से हकीकत दिखाना जारी रखेंगे, जिसके साथ कभी भी कोई समझौता नहीं किया जाएगा। 

हमारा संविधान अनुच्छेद 19 के तहत हमें अभ्व्यक्ति की आजादी प्रदान करता है। स्वतंत्र मीडिया हमारे लोकतंत्र का एक जरूरी पहलू है। इसकी आजादी के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ उन मूल्यों का हनन है, जिनके आधार पर हमारा लोकतंत्र निर्मित हुआ था। 

देश के सूचना और प्रसार मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्वीकार किया है कि यह बैन लगाना मंत्रालय की गलती थी और अगर मंत्रालय ने कोई गलत कदम उठाया है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई भी की जाएगी। मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री भी इस मामले को लेकर चिंतित थे।

एशियानेट न्यूज और उसकी टीम अपने दर्शकों का तहे दिल से आभार व्यक्त करती है, जो चट्टान की तरह हमारे साथ खड़े रहे। हम भले ही ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहे हों, पर हम अपने दर्शकों और सरकार भी अपने वादे को दोहराते हैं। हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा, ईमानदारी, निष्पक्षता और कानून के दायरे में रहकर करते रहेंगे। 

एमजी राधाकृष्णन
संपादक
एशियानेट न्यूज

   

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