एआर के खिलाफ घाटी के जिलों में महिलाओं के कई ग्रुप्स ने अर्धसैनिक बलों को हटाने के लिए सोमवार से प्रदर्शन शुरू किया था।
Manipur violence updates: असम राइफल्स के खिलाफ कई जगह प्रदर्शन के बाद मणिपुर के बिष्णुपुर जिले से हटा लिया गया है। जिले के मोइरांग लमखाई चौकी पर तैनात असम राइफल्स के जवानों को वापस बुला लिया गया है। असम राइफल्स की जगह पर राज्य पुलिस और सीआरपीएफ को तैनात किया गया है। एआर के खिलाफ घाटी के जिलों में महिलाओं के कई ग्रुप्स ने अर्धसैनिक बलों को हटाने के लिए सोमवार से प्रदर्शन शुरू किया था।
मणिपुर के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) एल कैलुन ने असम राइफल्स के मोइरांग लमखाई चौकी से हटने का आदेश जारी किया है। एडीजी लॉ एंड आर्डर के आदेश में कहा गया है कि बिष्णुपुर से कांगवई रोड पर मोइरांग लमखाई में चेकपॉइंट को 9 एआर के स्थान पर नागरिक पुलिस और 128 बीएन सीआरपीएफ को तत्काल प्रभाव से तैनात किया जाए। अगले आदेश तक इनको चौकी पर बने रहने का आदेश दिया जाता है।
असम राइफल्स के जवानों पर केस दर्ज
मणिपुर पुलिस ने असम राइफल्स के जवानों पर काम में बाधा डालने सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है। असम राइफल्स के जवानों पर आरोप है कि हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने जा रही मणिपुर पुलिस का रास्ता रोका और हत्यारों को गिरफ्तार नहीं करने दिया। तीन दिन पहले दर्ज एफआईआर को 8 अगस्त को पुलिस ने सार्वजनिक किया है। मामला बिष्णुपुर हिंसा से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि असम राइफल्स के 9 जवानों ने कैस्पर गाड़ी को क्वाक्टा फोलजांग रोड के बीच में पार्क कर दिया। पुलिस टीमें इससे आगे नहीं बढ़ सकी। इसका एक वीडियो भी कथित तौर पर वायरल हुआ था जब मणिपुर पुलिस टीम को रोक रहे असम राइफल्स के जवानों से बहस हो रहा है। 4 अगस्त शुक्रवार रात को विष्णुपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। पढ़िए पूरी खबर…