Balakot Airstrike: पाकिस्तान को घर में घुसकर धूल चटाने वाले विंग कमांडर अभिनंदन 'वीर चक्र' से सम्मानित

वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान(Abhinandan Varthaman) को उनके अदम्य साहस के लिए 22 नवंबर को वीर चक्र(Vir Chakra) से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(President Ram Nath Kovind) ने प्रदान किया। इसके अलावा अन्य वीरों को भी राष्ट्रपति ने सम्मानित किया।

Asianet News Hindi | Published : Nov 22, 2021 5:29 AM IST / Updated: Nov 22 2021, 11:44 AM IST

नई दिल्ली. बालाकोट एयरस्ट्राइक(Balakot Airstrike) के दौरान अपने अदम्य साहस का परिचय देकर पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर सबक सिखाने वाले भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान(Abhinandan Varthaman) को 22 नवंबर को वीर चक्र(Vir Chakra) से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(President Ram Nath Kovind) ने प्रदान किया। बता दें कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद अभिनंदन ने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। राष्ट्रपति ने देश के अन्य वीरों को भी सम्मानित किया। इनमें से कुछ ने देश पर अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए थे। यह खबर लगातार अपडेट हो रही है...

ये वीर भी सम्मानित
कोर ऑफ इंजीनियर्स के सैपर प्रकाश जाधव को जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन में आतंकवादियों को मार गिराने पर दूसरे सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से उनकी पत्नी और मां ने पुरस्कार ग्रहण किया।

मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल( Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal) को एक ऑपरेशन में उनकी भूमिका के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) दिया गया। इस ऑपरेशन में उन्होंने 5 आतंकवादियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन में 200 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया।

जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान ए ++ श्रेणी के आतंकवादी को मारने के लिए नायब सूबेदार सोमबीर को मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से उनकी पत्नी और मां ने पुरस्कार ग्रहण किया।

ये है जाबांज अभिनंदन की कहानी
देश की 'आन-बान और शान' के लिए जो बाजी लगा दे, वो यौद्धा होते हैं। ऐसे ही जांबाज हैं 37 वर्षीय भारतीय सेना के अधिकारी अभिनंदन वर्धमान। 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना ने हर भारतीय के दिल में दुश्मन के प्रति गुस्सा भर दिया था। करीब दो हफ्ते बाद 26 फरवरी को भारतीय सेना के 12 मिराज विमानों ने LOC से 80 किमी अंदर घुसकर पाकिस्तान के इलाके में आतंकी संगठन जैश के सबसे बड़े अड्डे को तहस-नहस कर दिया था। माना जाता है कि इसमें 350 आतंकी मारे गए थे। इस घटना से बौखलाए पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की थी। उन्हें भगाने विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग-21 से उड़ान भरी और उन्हें खदेड़ दिया। हालांकि उनका विमान क्रैश होकर पाकिस्तान में गिर गया था। उन्हें पकड़कर यातनाएं दी गईं, लेकिन वे मुस्कराते रहे। भारत के दवाब के चलते 1 मार्च की रात पाकिस्तान ने उन्हें रिहा कर दिया।  क्लिक करके पढ़ें पूरी कहानी

तीसरा सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार
वीर चक्र एक भारतीय युद्धकालीन सैन्य वीरता पुरस्कार(Indian wartime military bravery award ) है। यह युद्ध के मैदान में अदम्य साहस दिखाने पर दिया जाता है। यह तीसरा बड़ा  भारतीय सैन्य पुरस्कार है। परम वीर चक्र(Param Vir Chakra) और महा वीर चक्र(Maha Vir Chakra) के बाद यह आता है। पहला वीर चक्र 1947 में दिया गया था। अभिनंदन के अलावा अब तक 361 वीर चक्र प्रदान किए चुके हैं।

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