
बेंगलुरु: राजधानी बेंगलुरु में 'लव जिहाद' का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक मुस्लिम लड़के पर आरोप है कि उसने हिंदू लड़की से प्यार किया, लिव-इन में रहा और फिर शादी से इनकार कर धर्म बदलने का दबाव बनाया। जब लड़की ने धर्म बदलने से मना किया, तो उसे दिल्ली की तरह टुकड़े-टुकड़े कर फेंकने की धमकी दी गई। लड़की ने यह भी आरोप लगाया है कि उसकी शिकायत पर पुलिस ने सही कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित लड़की ने उस्मान नाम के लड़के पर ये गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि दो साल पहले दोस्तों के जरिए उनकी मुलाकात हुई थी। शुरू में जब लड़की ने दूसरे धर्म का होने की वजह से प्यार से इनकार किया, तो उस्मान ने आत्म*हत्या की धमकी दी। उसने भरोसा दिलाया कि धर्म बदलने की जरूरत नहीं है और वे ऐसे ही शादी कर लेंगे। इसके बाद लड़की मान गई और करीब डेढ़ साल तक उसके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रही। लेकिन, जब शादी की बात आई तो उसने अपना असली रंग दिखा दिया। आरोप है कि उसने तुरंत धर्म बदलने का दबाव बनाया और लड़की के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी ने लड़की से 12.20 लाख रुपये भी ठग लिए। इतना ही नहीं, उसने जबरदस्ती लड़की के गहने भी गिरवी रख दिए।
प्यार में धोखा और पैसे लूटने के बावजूद, जब लड़की ने हिम्मत करके उस्मान से अपने परिवार के सामने शादी की बात करने को कहा, तो उसने ऐसी धमकी दी जिसे सुनकर कोई भी कांप जाए। लड़की का आरोप है कि उस्मान ने कहा, "अगर जबरदस्ती शादी की, तो दिल्ली वाले केस की तरह तेरे 32 टुकड़े करके फ्रिज में रख दूँगा और फिर दूसरी शादी कर लूँगा।" इस धमकी के बाद से लड़की गहरे सदमे में है।
इसी बीच, लड़की को यह भी पता चला कि उस्मान ड्रग्स का आदी है। आरोप है कि पैसे और गहने ठगने के अलावा, उसने लड़की की निजी तस्वीरें रखकर उसे ब्लैकमेल किया और जबरन यौन शोषण भी किया। इन सब अत्याचारों से तंग आकर पीड़ित लड़की ने दो बार आत्म*हत्या की कोशिश भी की।
पीड़ित लड़की ने पिछले मार्च में सुद्धगुंटेपाल्या पुलिस स्टेशन में आरोपी उस्मान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन, लड़की का आरोप है कि पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, उसके बताए अनुसार एफआईआर दर्ज नहीं की और चार्जशीट भी ठीक से तैयार नहीं की। उसका कहना है कि मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई करने में आनाकानी कर रही है। अब उसे न्याय के लिए पुलिस स्टेशनों और बड़े अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। दिल्ली जैसी हत्या की धमकी और लव जिहाद के बढ़ते मामलों के बीच, इस केस में पुलिस की कथित निष्क्रियता राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।