भारत जोड़ो यात्रा का अंतिम चरण जम्मू-कश्मीर में होगा। बीते 7 सितंबर से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 150 दिनों में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई और जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी।
Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अगले महीने जम्मू-कश्मीर पहुंचेगी। जनवरी के तीसरे सप्ताह में यह यात्रा केंद्र शासित प्रदेश में होगी। यहां राहुल गांधी करीब 8 दिनों तक पैदल चलेंगे। यह यात्रा का समापन चरण है। यात्रा के रूट्स अभी तय नहीं है लेकिन वह चार दिन जम्मू और चार दिन कश्मीर घाटी में रहेंगे। पार्टी प्रभारी राज्यसभा सदस्य रजनी पाटिल ने बताया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर में भी राजनीति रहित होगी। वह यहां के लोगों को भाईचारा का संदेश देंगे। उन्होंने बताया कि वे जम्मू-कश्मीर की धरती से एकता, भाईचारा, सद्भाव और एकता की ताकत का संदेश भेजने के लिए यात्रा का स्वागत करें और इसमें शामिल हों। पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला पहले ही इस यात्रा में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं।
यात्रा का अंतिम चरण जम्मू-कश्मीर में...
भारत जोड़ो यात्रा का अंतिम चरण जम्मू-कश्मीर में होगा। बीते 7 सितंबर से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 150 दिनों में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई और जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी। पार्टी की वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य रजनी पाटिल ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' के समापन चरण के दौरान जम्मू-कश्मीर में आठ दिन बिताने जा रहे हैं। पाटिल ने कहा कि जनवरी के तीसरे सप्ताह में राहुल गांधी यात्रा लेकर पहुंचेंगे। उन्होंने लोगों के साथ-साथ राजनीतिक, सामाजिक और गैर सरकारी संगठनों से अपील की कि वे यात्रा में शामिल हों। यह यात्रा राजनीति से ऊपर है और राष्ट्र के लाभ के लिए दिलों को एकजुट करें। उन्होंने बताया कि यात्रा के यहां पहुंचने के बाद जम्मू और घाटी में चार-चार दिन रहेंगे। हालांकि, तारीख और रूट अभी तय नहीं हुआ है।
इस यात्रा से लोगों को काफी उम्मीद
रजनी पाटिल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा का शानदार स्वागत किया जा रहा है। लोगों में बहुत उत्साह है क्योंकि जम्मू और कश्मीर ने रिकॉर्ड बेरोजगारी और भर्ती घोटालों के अलावा देश के एक ऐतिहासिक राज्य की पहचान, स्थिति और अधिकारों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। यहां के लोगों ने अपनी पहचान, स्थिति और अधिकार खो दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी यहां के लोगों के दिल के बहुत करीब हैं। राहुल गांधी, जम्मू-कश्मीर के लोगों को विशेष संदेश देंगे। उन्होंने सभी समान विचारधारा वाले दलों, समूहों, गैर सरकारी संगठनों और व्यक्तियों और अन्य लोगों से अपील की कि वे जम्मू-कश्मीर की धरती से एकता, भाईचारा, सद्भाव और एकता की ताकत का संदेश भेजने के लिए यात्रा का स्वागत करें और इसमें शामिल हों।
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