किसान बिल को लेकर कांग्रेस पर बरसे पीएम, बोले- 'मेनिफेस्टो में खुद लाई थी बिल, अब हम लाए तो झूठे'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को कोसी रेल महासेतु (Kosi Rail Mahasetu) के रूप में सौगात दी है। उन्होंने इसका उद्घाटन शुक्रवार को किया। इससे मिथिला क्षेत्र और कोसी क्षेत्र (Mithila and Kosi Area) के निवासियों का रेल लाइन से जुड़ने के लिए 86 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 18, 2020 6:35 AM IST / Updated: Sep 18 2020, 05:49 PM IST

पटना. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को कोसी रेल महासेतु (Kosi Rail Mahasetu) के रूप में सौगात दी है। उन्होंने इसका उद्घाटन शुक्रवार को किया। इससे मिथिला क्षेत्र और कोसी क्षेत्र (Mithila and Kosi Area) के निवासियों का रेल लाइन से जुड़ने के लिए 86 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। पीएम 12 रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें किऊल नदी पर एक नया रेलवे पुल, दो नई रेलवे लाइनें, 5 विद्युतीकरण परियोजनाएं, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बरह-बख्तियारपुर के बीच तीसरी लाइन परियोजना शामिल हैं।

 

किसान बिल को लेकर कांग्रेस पर बरसे पीएम

संबोधन में पीएम किसान बिल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि 'कल लोकसभा में किसानों से जुड़ा एक बिल पास हुआ है, जिससे किसानों को बंधनों से मुक्ती मिलेगी। अब किसानों को छूट मिलेगी और बिचौलियों से बचाव हुआ है। जिन लोगों ने देश पर सालों तक राज किया है, आज वही लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं और किसानों से झूठ बोल रहे हैं।' पीएम ने कहा कि 'जिन लोगों ने सत्ता चलाई और अपने मेनिफेस्टो में शामिल किया, अब उसी पर राजनीति कर रहे हैं।' पीएम ने कहा कि 'कुछ लोगों को ये पसंद नहीं है कि किसानों को नया अवसर मिल रहा है। MSP को लेकर बड़ी बातें की जा रही हैं, लेकिन कभी अपना वादा पूरा नहीं किया।' 

 

पीएम मोदी बोले कि 'ये झूठ फैलाया जा रहा है कि MSP नहीं मिलेगा, सरकार धान नहीं खरीदेगी ये झूठ है और किसानों के साथ धोखा है।' पीएम ने साफ किया कि 'MSP के माध्यम से किसानों को उचित मूल्य मिलता रहेगा।'

 

पीएम मोदी ने लालू पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालू प्रसाद यादव पर कोसी रेल को लेकर निशाना साधते हुए कहा,'अटल जी की सरकार जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की रफ्तार कम हो गई। अगर दूसरी सरकार को बिहार के लोगों की फिक्र होती और जो लोग तब रेल मंत्री थे उन्हें अगर चिंता होती तो काम पहले ही हो जाता, लेकिन वो ऐसा करना नहीं चाहते थे।' पीएम बोले कि 'अगर दृढ़ निश्चय हो और नीतीश जैसा साथी हो तो सबकुछ संभव है।'

कोसी रेल को पीएम मोदी ने बताया अटल जी और सीएम नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट

पीएम मोदी अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं कि '5-6 साल में हमारी सरकार ने समस्याओं का हल ढूंढा है। 4 साल पहले उत्तर-दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले दो महासेतु को शुरू किया गया।' पीएम ने कहा कि 'भूकंप की आपदा ने मिथिला और कोसी को अलग किया था, आज कोरोना महामारी के बीच इन दोनों को फिर से जोड़ा जा रहा है। ये प्रोजेक्ट अटल जी और नीतीश बाबू का ड्रीम प्रोजेक्ट है।' 

पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत के मिशन के तहत बिहार में रेल नेटवर्क को बढ़ाया जा रहा है और बिजलीकरण किया जा रहा है।' पीएम ने बताया कि '2014 से पहले के पांच साल में सिर्फ सवा तीन सौ किमी. रेल लाइन शुरू हुई, लेकिन 2014 के बाद के पांच साल में 700 किमी. रेल लाइन कमीशन हो चुकी है। अभी भी एक हजार किमी. नई रेल लाइन का निर्माण हो रहा है।

 

पीएम बोले- बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के रेल नेटवर्क को भी जोड़ता है ये प्रोजेक्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन करते हुए कहा, 'कोसी रेल 3 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट है। ये केवल बिहार रेल नेटवर्क को ही नहीं मजबूत करता है बल्कि पश्चिम बंगाल को भी उत्तर भारत के साथ जोड़ता है। मैं देश की जनता को इसके लिए बधाई देता हूं।'

इस कार्यक्रम को लेकर बोले नीतीश कुमार

इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि 'अटल जी के कार्यकाल में इसकी शुरुआत हुई थी, लेकिन यूपीए सरकार के दौरान पूरा काम रुक गया। अब आप आएं हैं तो इस कारण ये काम पूरा हो पाया।' नीतीश ने इस दौरान अपील करते हुए कहा कि 'इस लाइन को आगे भी बढ़ाया जाना चाहिए, ऐसी मेरी सरकार से उम्मीद है।' इसके अलावा पीएम मोदी ने समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन किया और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन

बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार ने कई योजनाओं की सौगात देनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मिथिलांचल को जोड़ने वाले कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन किया है।

इसके अलावा पीएम मोदी समस्तीपुर रेलमंडल की कई योजनाओं का उद्घाटन किया और सुपौल से आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन के परिचालन को भी हरी झंडी दिखाई। बता दें, 1887 में निर्मली और भपटियाही (सरायगढ़) के बीच मीटर गेज लिंक बनाया गया था, जो 1934 में विनाशकारी भूकंप की वजह से तबाह हो गया था। इसके बाद से कोसी और मिथिलांचल दो भागों में बांट दिया गया था।

अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी कोसी मेगा ब्रिज की आधारशिला 

इसके बाद 6 जून, 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने निर्मली के एक कॉलेज में आयोजित समारोह में कोसी मेगा ब्रिज लाइन परियोजना की आधारशिला रखी थी। ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु 1.9 किलोमीटर लंबा है और इसके निर्माण में 516 करोड़ रुपए की लागत लगी है। पीएम मोदी आज समस्तीपुर मंडल के मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर, समस्तीपुर-खगड़िया खंडों के रेलवे विद्युतीकरण परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।

 

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