संसद के शीतकालीन सत्र में बलिया से भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि देश और सरकार को बदनाम करने के लिए लोग कह रहे हैं कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी है। उन्होंने कहा कि अगर गाड़ियों की बिक्री में गिरावट है तो फिर सड़कों पर ट्रैफिक जाम क्यों हैं?
नई दिल्ली. संसद के शीतकालीन सत्र में बलिया से भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि देश और सरकार को बदनाम करने के लिए लोग कह रहे हैं कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी है। उन्होंने कहा कि अगर गाड़ियों की बिक्री में गिरावट है तो फिर सड़कों पर ट्रैफिक जाम क्यों हैं?
एक नजर में जानिए संसद में किसने क्या कहा?
- दुष्यंत सिंह (भाजपा) - अटल जी ने किसानों के हित के लिए नदियों को जोड़ने का रास्ता सुझाया।
- एन के प्रेमचंद्रन (आरएसपी)- मेरे इलाके में पशु-मानव संघर्ष कृषि के क्षेत्र में एक समस्या बनी हुई है।
- नवनीत राणा (निर्दलीय)- बारिश-सूखे के अलावा जंगली इलाके के आसपास के खेतों में फसल को जंगली जानवरों से भी खतरा होता है।
- धर्मवीर सिंह (भाजपा)- भाजपा 50 साल में उतना एमएसपी-बीमा नहीं मिला जितना बीते चार साल में मिला है।
- रीतेश पांडे (बीएसपी)- किसानों की बुरी स्थिति का कारण जलवायु परिवर्तन के साथ ही हमारी नीतियां और छुट्टा पशु भी हैं।
- डी जे चौहान (भाजपा)- गुजरात में 40 साल में किसानों पर इतना बड़ा संकट नहीं आया था, लेकिन हमारी संवेदनशील सरकार ने 40000 करोड़ रु का पैकेज किसानों के लिए जारी किया।
- बी वी सत्यवती (आईएसआरसीपी)- मेरे क्षेत्र में किसानों को टमाटर की फसल की क्षति का अक्सर सामना करना पड़ता है। रेलवे का नेटवर्क पूरे देश में फैला है। उसे तैयार उपज की ढुलाई के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।