सीमा सुरक्षा बल (BSF) की महिलाओं की टीम उत्तराखंड के गंगोत्री से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक रिवर राफ्टिंग करेगी। इस दौरान यह टीम नदियों के रास्ते 2,325 की यात्रा करेगी। यह भारत में अपने तरह की पहली यात्रा है।
नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (BSF) की महिलाओं की टीम उत्तराखंड के गंगोत्री से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक रिवर राफ्टिंग करेगी। इस दौरान यह टीम नदियों के रास्ते 2,325 की यात्रा करेगी। यह भारत में अपने तरह की पहली यात्रा है। BSF की महिलाओं की यह यात्रा 2 नवंबर से शुरू होगी। यात्रा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरेगी। समापन 24 दिसंबर को गंगासागर में होगा। यात्रा का उद्देश्य गंगा की सफाई के प्रति जागरूकता फैलाना है। इसके साथ ही नारी सशक्तिकरण का संदेश भी जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
बीएसएफ के महानिरीक्षक राजा बाबू सिंह यात्रा को दिखाएंगे हरी झंडी
यात्रा 2 नवंबर को उत्तराखंड के गंगोत्री से शुरू होकर देवप्रयाग पहुंचेगी। यहां बीएसएफ के महानिरीक्षक राजा बाबू सिंह हरी झंडी दिखाएंगे। यात्रा का पहला बड़ा पड़ाव हरिद्वार में होगा। यात्रा में BSF की 60 सदस्यों वाली टीम है। इसमें 20 महिला राफ्टर्स हैं।
यात्रा के दौरान BSF की टीम अलग-अलग स्थानों ठहरेगी। गंगा के किनारे बसे लोगों के साथ बातचीत की जाएगी। उन्हें नदी को साफ रखने का महत्व समझाया जाएगा। बताया जाएगा कि नदी का इकोसिस्टम ठीक रखना क्यों जरूरी है। यात्रा 9 नवंबर को बुलंदशहर पहुंचेगी। यहां भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।