पुणे पोर्श कार कांड : रईसजादे के पिता और पब कर्मचारी का 24 मई तक पुलिस रिमांड
पुणे में 17 साल के नाबालिग ने कार से बाइक सवार दो इंजीनियरों को मार डाला। इस मामले में कोर्ट ने कुछ शर्तों पर नाबालिग को जमानत दे दी है। जबकि पुलिस ने आरोपी लड़के को बालिग मानते हुए सख्त सजा देने की मांग की थी।
subodh kumar | Published : May 22, 2024 12:36 PM IST / Updated: May 22 2024, 06:58 PM IST
पुणे. महाराष्ट्र के पुणे में एक 17 साल के नाबालिग द्वारा शराब पीकर बाइक सवार एक लड़के और लड़की को कुचल दिया था। जिससे बाइक पर सवार युवती क मौके पर मौत हो गई। वहीं दूसरी तरफ बाइक सवार युवक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने कोर्ट से आरोपी को बालिग मानकर सख्त सजा देने की मांग की थी। लेकिन कोर्ट ने उसे नाबालिग मानते हुए कुछ शर्तों के आधार पर जमानत दे दी है।
24 मई तक पुलिस रिमांड पर नाबालिग के पिता
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साफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचलने वाले नाबालिग के पिता और जहां शराब पी थी। वहां पब के दो कर्मचारियों को नाबालिग को शराब परोसने के कारण 24 मई तक कोर्ट ने पुलिस रिमांड पर भेजा है।
ये था मामला
महाराष्ट्र के पुणे में एक रईसजादे ने ढ़ाई करोड़ की लग्जरी कार पोर्श से 19 मई को दो बाइक सवार को रौंद दिया था। बाइक पर सवार दो इंजीनियरिंग के स्टूडेंट एक पार्टी में से लौट रहे थे। उनको इतनी जोरदार टक्कर मारी की बाइक पर सवार आश्विनी नामक लड़की की मौके पर मौत हो गई। वहीं अनीश नामक युवक जिदंगी और मौत की जंग लड़ रहा था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। हैरानी की बात तो यह है कि एक रईसजादे द्वारा किये गए इस कांड की देशभर में चर्चा हो गई। लेकिन इसके बावजूद भी उसके कोई सजा नहीं मिली। उसे कोर्ट ने नाबालिग होने के कारण सामान्य सी कुछ शर्तों पर जमानत दे दी। आईये जानते हैं वे शर्तें क्या थी।
इन शर्तों पर मिली जमानत
नाबालिग को सड़क दुर्घटना के प्रभाव और समाधान विषय पर कम से कम 300 शब्दों का निबंध लिखना है।
15 दिन तक ट्रैफिक पुलिस की मदद करनी है।
नाबालिग अपना मनोचिकित्सक से इलाज कराएगा।
अगर उसके सामने भविष्य में कोई दुर्घटना होती है तो उसे पीड़ितों की मदद करनी होगी।
पुणे हादसे के खास पाइंटों पर एक नजर
पुणे महाराष्ट्र के एक बिल्डर के नाबालिग बेटे द्वारा लापरवाही पूर्वक लग्जरी कार को चलाया जा रहा था। वह नशे में था, उसने बाइक सवार दो इंजीनियरों को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौत हो गई।
हादसे में एक गर्ल इंजीनियर की मौत हुई। जिसका नाम अश्विनी कोष्ठा है और वह 26 साल की युवती एक साफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर थी। मूल रूप से जबलपुर एमपी की रहने वाली है। दोस्त के साथ पार्टी से लौट रही थी। तभी रईसजादे ने टक्कर मार दी।
अश्वनी मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी कार्यालय में पदस्थ सुरेश कुमार कोष्टा की बेटी थीं।
अश्विनी के साथ उसका दोस्त अनीश अवधिया था। दोनों बाइक पर सवार होकर पुणे के कल्याणी नगर के पास से गुजर रहे थे। तभी तेज रफ्तार लग्जरी कार ने बाइक को सामने से टक्कर मार दी।
महाराष्ट्र के पुणे में लग्जरी कार पोर्शे कांड ने देश में खलबली मचा दी है। क्योंकि एक नाबालिग द्वारा जिस कार को फर्राटे से दौड़ाया जा रहा था, उसकी कीमत करीब 2.5 करोड़ रुपए है।
नाबालिग कार को शराब के नशे में चला रहा था।
नाबालिग लड़के की उम्र 17 साल है। लेकिन उसके द्वारा किया गया कृत्य वाइर्क में सजा लायक है। इस कारण पुलिस ने भी आरोपी को बालिग मानते हुए सजा देने की अपील की थी।
बताया जा रहा है कि नाबालिग 250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से कार चला रहा था।
दुर्घटना में दो इंजीनियरों की हत्या के बाद नाबालिग को कुछ ही घंटों बाद जमानत मिल गई।
अदालत ने उसे 300 शब्दों का निबंध और अन्य छोटी मोटी शर्तों के आधार पर जमानत दे दी।
नाबालिक के पिता को पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया।
17 साल के बेटे को बिना लाइसेंस , करोड़ों की कार देने वाले पिता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।