CAA विरोधः 10 राज्यों में प्रदर्शन, ममता बोलीं, कराया जाए जनमत संग्रह, हिंसा की आग में जला लखनऊ

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट ने जोर पकड़ लिया है। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, दिल्ली में लालकिला इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। जबकि 18 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 19, 2019 6:09 AM IST / Updated: Feb 02 2022, 09:47 AM IST

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन का दौर जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के 10 राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ और संभल में विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया। जहां प्रदर्शनकारियों ने थाने में आग लगा दी। इसके साथ ही कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। विरोधियों को काबू करने में जुटी पुलिस पर पत्थर फेंके गए। इसके साथ ही दिल्ली में विरोधियों को देखते हुए मेट्रो रेल सेवा बंद कर दी गई। वहीं, संवेदनशील क्षेत्रों में धारा 144 लागू है। जबकि एहतियातन संचार सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। 

वहीं, दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने विरोध का मोर्चा संभाला हुआ है। जिसमें उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को चुनौतियां दी है। 

यूएन की निगरानी में हो जनमत संग्रह

नागरिकता कानून लागू किए जाने के बाद से ही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी लगातार सक्रिय है और अपने समर्थकों संग सड़क पर उतर रहीं हैं। इन सब के बीच आज यानी गुरुवार को वह चौथे दिन भी सड़क पर उतरी और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यूएन की निगरानी में जनमत संग्रह कराए। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस  निर्णय ने आजादी के 73 साल बाद यह स्थिति पैदा कर दी है कि अपने नागरिकता का सबूत देना पड़ रहा है। गौरतलब है कि ममता पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि किसी भी कीमत पर वह अपने राज्य में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं होने देंगी 

हिंसा की आग में जला लखनऊ

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया है। जिसमें प्रदर्शनकारियों ने लखनऊ के डालीगंज थाने में आग लगा दी। साथ ही कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया है। वहीं, पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी कर दिया है। वहीं, पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। साथ ही बताया जा रहा कि प्रदर्शनकारियों की तरफ से भी फायरिंग की जा गई है। बवाल की सूचना पाकर मौके पर भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई। इसके साथ ही पुलिस महानिरीक्षक ओपी सिंह समेत पूरा प्रशासनिक अमला पहुंच गया और स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इससे पहले, संभल में जारी विरोध प्रदर्शन ने भी हिंसा का रूप ले लिया है। जहां प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की बस में आग लगा दी है। मौके पर भारी फोर्स की तैनाती की गई है।

अहमदाबाद में भी हुई हिंसा 

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुजरात भी हिंसा की चपेट में है। जहां आज अहमदाबाद में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी बीच प्रदर्शनकारियों की भीड़ अचानक उग्र हो गई और पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज कर दिया। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए मौके पर भारी मात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।  

19 उड़ाने रद्द, 15 मेट्रो स्टेशन बंद 

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली में बढ़ते विरोध में के बीच एयरटेल ने फोन सेवाओं पर रोक लगा दी है। जिसके बाद वोडाफोन ने भी फोन की सेवाओं को बाधित कर दिया है। जिसमें इंटरनेट, कॉलिंग और एसएमएस सेवाओं पर अगली आदेश तक रोक लगा दी गई है। वहीं, बढ़ते विरोध को देखते हुए दिल्ली मेट्रो ने 18 स्टेशनों को बंद कर दिया है। जहां से आवागमन ठप्प हो चुका है। इसके अलावा सड़कों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के कारण  इंडिगो की फ्लाइट्स देर हो रही थी। जिसके बाद इंडिगो ने दिल्ली से उड़ान भरने वाली 19 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। 

इन राज्यों में हो रहे प्रदर्शन

नागरिकता कानून के विरोध में देश के 10 से अधिक राज्यों में विरोध हो रहा है। जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, बिहार समेत कई अन्य राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी है। इन सब के बीच असम और मेघालय में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। जबकि कर्नाटक में अगले तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू की गई है।  

हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी 

एनआरसी और सीएए के विरोध में जारी विरोध प्रदर्शन में दिल्ली में आधा दर्जन और कर्नाटक के कुलबर्गी क्षेत्र में 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही इतिहासकार रामचंद्र गुहा को कर्नाटक स्थित बेंगलुरु में हिरासत में ले लिया है। जबकि दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद इलाके में पिछले दिनों हुए हिंसा के मामले में अभी तक पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोपहर 12 बजे से लेफ्ट पार्टियों का मार्च मंडी हाउस से शुरू होगा जोकि शहीद पार्क तक जारी रहेगा।

दिल्लीः प्रमुख स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के लालकिला समेत प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके साथ ही दिल्ली में आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, स्वराजइंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव अपने समर्थकों संग दिल्ली के लालकिला में सीएए के विरोध में मैदान में उतरे हैं। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को लाल किले के पास CrPC धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। उन्होंने कहा कि लाहौरी गेट, कश्मीरी गेट और कोतवाली पुलिस स्टेशन इस आदेश के तहत आएंगे। पुलिस ने पहले ही कानून और व्यवस्था के मुद्दों का हवाला देते हुए लाल किले के पास विरोध की अनुमति से इनकार कर दिया है, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे मार्च के साथ आगे बढ़ेंगे। 

बिहारः दरभंगा में रोका रेल

सीएए के विरोध में लेफ्ट पार्टी द्वारा बुलाए गए बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। जिसमें प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरी पर बैठ कर विरोध जताया। जिससे रेल यातायात घंटों बाधित रही। साथ ही इसके अलावा नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हैं।

 

कर्नाटकः इतिहासकार गुहा समेत विरोध सड़क पर 

नागरिकता कानून के विरोध के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने सुरक्षा कड़ी कर रखी है। पुलिस ने कानून व्यवस्था के मद्देनजर पहले ही धारा 144 लागू कर रखी है। बावजूद इसके विरोधी प्रदर्शन करने से नहीं रूक रहे हैं। इन सब के बीच सीएए के खिलाफ इतिहासकार रामचंद्र गुहा समेत 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है। 

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