भारत नेट योजना को मंजूरी: इन 16 राज्य के 3.61 लाख गांव को मिलेगा ब्रॉड बैंड कनेक्शन, खर्च होंगे 29,432 Cr.

योजना के तहत भारत सरकार की वायबिलिटी गैप फंडिंग 19,041 करोड़ रुपए होगी। ये हम देश के 3,61,000 गांवों में जो 16 राज्यों में हैं

Asianet News Hindi | Published : Jun 30, 2021 12:46 PM IST / Updated: Jun 30 2021, 07:03 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में भारत नेट योजना को मंज़ूरी दी गई इसके साथ ही कई अहम फैसले भी लिए गए। भारत नेट योजना 16 राज्यों में लागू होगी। इस योजना पर 29,432 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके तहत गांव-गांव में ब्रॉडबैंड पहुंचाने का काम किया जाएगा। 

किन राज्यों को मिलेगा फायदा
इस योजना के तहत चुने हुए 16 राज्य हैं-केरल, कर्नाटक, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश। योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों सहित करीब 3.61 लाख गांवों को कवर किया जाएगा।

 

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा- "इन्फार्मेशन हाईवे हर गांव तक पहुंचे इस दिशा में सरकार ने एतिहासिक फैसला लिया गया है। 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने घोषणा करते हुए कहा था कि 1000 दिन में 6 लाख गांवों में भारत नेट के माध्यम से ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड लाएंगे। 


और क्या फैसले हुए
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने बताया- विश्व भर में पौष्टिक खाद्य के दाम बढ़े है लेकिन भारत के किसान को बढ़ते दामों के बोझ से बचाने हेतु 14,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा- पिछले साल 8 महीने तक 80 करोड़ गरीबों को प्रति महीने 5 किलो के हिसाब से 40 किलो अनाज मुफ्त दिया था। सरकार ने अब फैसला किया है की 6 महीने तक 80 करोड़ गरीबों को अनाज मुफ्त मिलेगा। इसके लिए  93,000 करोड़ की मंजूरी दी है।

बिजली की परिस्थिति में सुधार के लिए जिससे 24 घंटे बिजली मिले और इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता आये, 97,000 करोड़ रुपये इसके लिए घोषित किये हैं। उन्होंने कहा- मोदी सरकार जो बोलती है वो करती है और तुरंत करती है। एक ऐतिहासिक निर्णय में मोदी सरकार ने सभी ग्राम पंचायतों एवं रिहायशी गांवों तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी बढाने के लक्ष्य के साथ 19401 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं, इस योजना से 16 राज्यों के गांवों तक पहुंचेगा इंटरनेट। 

क्या है भारत नेट परियोजना
भारत नेट परियोजना का उद्देश्य ऑप्टिकल फाइबर (Optical Fiber) के माध्यम से भारतीय गांवों को उच्च गति ब्रॉडबैंड कनेक्शन से जोड़ना है। भारतनेट परियोजना विश्व की सबसे बड़ी ग्रामीण ब्रॉडबैंड संपर्क परियोजना है। परियोजना में राज्य और निजी क्षेत्रों के साथ साझेदारी करके  ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में नागरिकों/लोगों को सस्ती ब्रॉडबैंड सेवाएं प्राप्त हो सकेगी।
भारतनेट परियोजना में देश की समस्त 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को 2021 तक जोड़ा जाना है. इस परियोजना के पूरा हो जाने से देश के 6 लाख से ज्यादा गांव में रहने वाले परिवारों तक हाई स्पीड इंटरनेट पहुंच जाएगा। 

 

Share this article
click me!