Chandrayaan-3: इसरो के सबसे बड़े स्पेस मिशन में ये हैं वो 4 प्रमुख साइंटिस्ट

बुधवार शाम 6:04 बजे चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने चंद्रमा पर लैंडिंग की। डॉ एस सोमनाथ, पी वीरमुथुवेल, एस उन्नीकृष्णन नायर और एम शंकरन ने इसरो के मून मिशन में अहम रोल निभाया है।

नई दिल्ली। बुधवार इसरो (ISRO) के सबसे बड़े स्पेस मिशन चंद्रयान चंद्रयान-3 का अहम दिन रहा। शाम 6:04 बजे विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग की। पूरी दुनिया की नजर भारत के इस मून मिशन पर टिकी हुई है। आगे पढ़ें इस अभियान में किन प्रमुख वैज्ञानिकों ने अहम रोल निभाया है।

एस सोमनाथ, इसरो अध्यक्ष

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इसरो के अध्यक्ष डॉ एस सोमनाथ मिशन मून का नेतृत्व कर रहे हैं। एस सोमनाथ रॉकेट डिजाइन में मास्टर हैं। इसरो के चेयरमैन बनने से पहले सोमनाथ विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) और LPSC (Liquid Propulsion Systems Centre) के निदेशक थे। ये दोनों केंद्र इसरो के लिए रॉकेट टेक्नोलॉजी का विकास करते हैं। सोमनाथ इसरो के मिशन आदित्य-एल 1 (सूर्य का अध्ययन करने के लिए भेजा जाने वाला मिशन) और गगनयान (भारत का पहला मानव मिशन) का भी नेतृत्व कर रहे हैं।

पी वीरमुथुवेल, चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर

पी वीरमुथुवेल 2019 से चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं। इससे पहले वे इसरो के स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम ऑफिस में डिप्टी डायरेक्टर थे। उन्होंने मिशन चंद्रयान-2 में अहम रोल निभाया था। वीरमुथुवेल का जन्म तमिलनाडु के विल्लुपुरम में हुआ था। उन्होंने IIT (Indian Institute of Technology) मद्रास से पढ़ाई की है।

एस उन्नीकृष्णन नायर, विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के डायरेक्टर

एस उन्नीकृष्णन नायर विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) के डायरेक्टर हैं। VSSC द्वारा GSLV (Geosynchronous Satellite Launch Vehicle) Mark-III तैयार किया गया था। इस रॉकेट को लॉन्च व्हीकल मार्क-III के नाम से जाना जाता है।

यह भी पढ़ें- जानें कौन हैं एस सोमनाथ, कर रहे इसरो के मिशन चंद्रयान-3 का नेतृत्व, रॉकेट डिजाइनिंग में हैं मास्टर

एम शंकरन, डायरेक्टर यू आर राव सैटेलाइट सेंटर

एम शंकरन जून 2021 में यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC)में डायरेक्टर हैं। URSC द्वारा इसरो के लिए भारत के सभी उपग्रहों का डिजाइन और निर्माण किया जाता है। शंकरन ऐसे उपग्रहों के निर्माण के लिए जिम्मेदार टीम का नेतृत्व करते हैं जो संचार, नेविगेशन, रिमोट सेंसिंग, मौसम पूर्वानुमान और ग्रहों की खोज सहित अन्य जरूरतों को पूरा करते हैं।

ISRO Chandrayaan 3 Landing LIVE Update

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