देश में पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस (coronavirus) के 18,166 नए केस सामने आए। ये संख्या पिछले 214 दिनों में सबसे कम है। शनिवार को महामारी से 214 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 23,624 लोग महामारी को हराकर ठीक भी हुए। कोरोना से अब तक ठीक होने वालों की संख्या देश में 3,32,71,915 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने बताया कि देश में COVID-19 के एक्टिव मरीज अब घटकर 2,30,971 लाख हो गए हैं, जो कि 208 दिनों में सबसे कम हैं। संक्रमण के डेली केस (Corona Daily Case) लगातार 16वें दिन 30,000 से कम आए हैं। देश में अब तक कोरोना के कुल 3,39,53,475 केस सामने आए हैं।
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने बताया कि कि देश में 95 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जा चुकी है। अब देश 100 करोड़ वैक्सीन डोज (Vaccine Dose) की तरफ बढ़ रहा है। इससे पहले वैक्सीन के निर्यात (Export) पर मांडविया ने कहा था कि देश के नागरिकों का टीकाकरण उनकी शीर्ष प्राथमिकता में है। अब तक 95.96 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। कुल 8,28,73,425 शेष और अनयूज्ड वैक्सीन खुराक (Unused Vaccine Dose) अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास टीकाकरण के लिए उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने ट्विटर के जरिए बताया कि हमारे देश में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिसके तहत अब तक 95 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। आगे लिखा कि देश अब 100 करोड़ वैक्सीन डोज की तरफ बढ़ रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार ने मार्च 2022 तक 100 करोड़ वैक्सीन डोज देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन अब जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि ये लक्ष्य दिसंबर से भी पहले पूरा हो जाएगा।
टीकाकारण अभियान को तेजी से आगे बढ़ा रही है सरकार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में कोविड -19 वैक्सीनेशन की गति को तेज करने और इसके दायरे का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। दरअसल, राज्यों में वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाए जाने के कारण कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को भी तेज किया गया है, ताकि उन टीकों के इस्तेमाल के साथ ही बेहतर योजना बनाई जा सके और वैक्सीन सप्लाई की श्रृंखला को सुव्यवस्थित किया जा सके। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत मोदी सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में कोरोना के टीके उपलब्ध करा रही है।
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वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा
इससे पहले मांडविया ने ‘वैक्सीन मैत्री’ के लिए अक्टूबर-दिसंबर में अतिरिक्त टीकों के निर्यात की बात कही थी। उनका कहना था कि देश के नागरिकों की जरूरतें पहले हैं, इसके बाद ही हम निर्यात बढ़ाएंगे। अक्टूबर के लिए हमें 30 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज मिली हैं। सितंबर में केंद्र सरकार को 26 करोड़ वैक्सीन डोज मिलीं। वैक्सीनेशन का काम लगातार बढ़ रहा है। वैक्सीन का प्रोडक्शन अभी और भी बढ़ेगा।
समझिए वैक्सीन का पूरा गणित...
देश में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की आबादी लगभग 94 करोड़ है। प्रति व्यस्क दो डोज के हिसाब से सभी व्यस्क लोगों के टीकाकरण के लिए 188 करोड़ डोज लगाने की जरूरत है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए राज्यों को औसतन प्रतिदिन 1.14 करोड़ डोज लगानी होंगी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य सरकारें जितनी डोज लगाना चाहें, उन्हें उतनी डोज उपलब्ध करा दी जाएंगी। हालांकि, डोज की उपलब्धता के बावजूद राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार नहीं बढ़ पा रही है। देश अभी तक लगभग 72 फीसद वयस्क आबादी एक डोज लगी है और करीब 25 फीसद वयस्क लोगों को दोनों डोज लगा है। केंद्र सरकार 75 प्रतिशत वैक्सीन निर्माताओं से खरीदकर राज्यों को मुफ्त में दे रही है। जबकि 25 प्रतिशत वैक्सीन निजी अस्पताल लगा रहे हैं।