अनंतनाग में सेना के जवानों के आतंकी हमले में मारे जाने के बाद कोबरा स्पेशल कमांडोज को तैनात किया गया है। कोबरा कमांडोज जंगल और गुरिल्ला वॉर की लड़ाई में महारत हासिल है।
Cobra commandos in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद के मद्देनजर सीआरपीएफ ने कोबरा कमांडो फोर्स की स्पेशल यूनिट को तैनात कर दिया गया है। कोबरा कमांडोज की स्पेशल यूनिट को कुपवाड़ा सेक्टर में तैनात किया गया है। अनंतनाग में सेना के जवानों के आतंकी हमले में मारे जाने के बाद कोबरा स्पेशल कमांडोज को तैनात किया गया है। कोबरा कमांडोज जंगल और गुरिल्ला वॉर की लड़ाई में महारत हासिल है।
जंगलों में छिपे आतंकियों से लड़ने में सक्षम
दरअसल, सीआरपीएफ के कोबरा कमांडोज को जंगलों में गुरिल्ला वॉर की महारत हासिल है। कोबरा कमांडोज जंगलों और पहाड़ों में छिपे दुश्मनों से लड़ने में पूर्ण सक्षम हैं। इन दिनों आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के जंगलों को अपनी पनाहगाह बनाए हुए हैं। वह यहीं छिपकर सेना और सुरक्षा बलों पर हमला बोल रहे हैं। बीते दिनों आतंकियों से हुए एनकाउंटर में सेना और जम्मू-कश्मीर के कई जांबाज मारे गए थे।
जम्मू-कश्मीर में तीन जवान मारे गए
कर्नल मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में एक सेना ओर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एक यूनिट कोकेरनाग के जंगली इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर कांबिंग कर रही थी। खुद को चारों ओर से घिरा पाकर छिपे हुए आतंकवादियों ने यूनिट पर हमला कर दिया। भारी गोलीबारी में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट की जान चली गई। जैसे ही तीन जांबांजों की मौत की सूचना आई, पूरे देश में गम और गुस्से का आलम था। गुरुवार को तीनों बहादुरों का अंतिम संस्कार किया गया। परिजन के रूदन को देख देशवासियों की भी आंखें भर आई। तीनों बहादुर सैनिकों को उनके-उनके पैतृक गांवों में नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी गई। देश के तीन सपूतों की मौत से कश्मीर का आवाम भी गमज़दा है। तमाम जगहों पर कश्मीरी युवाओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। कई युवाओं ने मांग की है कि पाकिस्तान को खत्म कर दिया जाए। पढ़िए कश्मीर के युवाओं को क्यों आया पाकिस्तान पर गुस्सा…